प्रद्युम्न मर्डर केस के आरोपी बस कंडक्टर अशोक को आज तीन दिन की पुलिस रिमांड के बाद सोहना कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे 18 सितंबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. सोहना कोर्ट में पेशी के लिए लाए गए आरोपी अशोक पर लोग भड़क गए और पीटने की कोशिशों के बीच काफी हंगामा हुआ. इसी बीच रेयान इंटरनेशनल स्कूल के बस ड्राइवर सौरभ राघव ने चौंकाने वाला खुलासा किया. उसने बताया कि हत्या में इस्तेमाल चाकू टूल किट का हिस्सा नहीं था.
सौरभ ने 'आज तक' संवाददाता से बातचीत में बताया कि उसकी बस के टूल किट में चाकू नहीं था. टूल किट में चाकू होने की बात कहने के लिए स्कूल मैनेजमेंट की ओर से दबाव बनाया गया था. सौरभ ने बताया, घटना के बाद उसने अशोक की शर्ट पर खून के निशान देखे थे.
इस बारे में पूछे जाने पर अशोक ने सौरभ से कहा कि वह खून से लथपथ प्रद्युम्न को कार तक लेकर गया था. इसी वजह से उसकी शर्ट पर खून लग गया. सौरभ की मानें तो अशोक से कई बार स्कूल का टॉयलेट इस्तेमाल करने को लेकर मना किया गया था, इसके बावजूद वह उस टॉयलेट में जाता था.
क्या है मामला
बीते शुक्रवार गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में दूसरी क्लास में पढ़ने वाले 7 साल के मासूम प्रद्युम्न की गला रेतकर बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. कत्ल का इल्जाम स्कूल बस के कंडक्टर अशोक पर लगा. पुलिस पूछताछ में अशोक ने अपना जुर्म कबूल कर लिया. अशोक ने पुलिस को बताया कि उसने प्रद्युम्न के साथ कुकर्म करने की कोशिश की थी. नाकाम होने पर पकड़े जाने के डर से उसने प्रद्युम्न की गला रेतकर हत्या कर दी.
असल गुनहगार को बचाने की कोशिश
प्रद्युम्न के माता-पिता समेत दर्जनों अभिभावकों ने मासूम की मौत के बाद इंसाफ के लिए प्रदर्शन किया. स्कूल के पास स्थित शराब की दुकान को आग के हवाले कर दिया गया. भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा, इसमें पत्रकारों समेत कई लोग घायल हुए थे. प्रद्युम्न के माता-पिता ने कहा कि असल गुनहगार को बचाने के लिए बस कंडक्टर को फंसाया जा रहा है, लिहाजा उन्होंने इस केस की जांच CBI से कराने की मांग की.