यूपी के सहारनपुर में भड़की जातिय हिंसा थमने का नाम ही नहीं ले रही है. पुलिस-प्रशासन के लाख दावों के बीच बवाल जारी है. अराजक तत्वों द्वारा सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट वायरल करके सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने की कोशिश हो रही है. इस मामले में पुलिस ने 2 अभियुक्तों को गिरफ्तार करते हुए 33 दंगाईयों को हिरासत में लिया है.
एसएसपी सुभाष चंद दूबे ने बताया कि पिछले पांच मई को थाना बडगांव क्षेत्र के ग्राम शब्बीरपुर में हुई घटना के बाद कुछ अराजक तत्वों द्वारा सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट वायरल किया जा रहा है. सोशल मीडिया पर ऐसे पोस्ट डालने वालों को सहारनपुर पुलिस की साइबर क्राइम ब्रांच द्वारा चिन्हित कर उनके खिलाफ केस दर्ज कराया जा रहा है.
उन्होंने बताया कि थाना सदर बाजार पुलिस द्वारा सोशल मीडिया पर भडकाऊ पोस्ट डालने वाले सचिन सिंह अम्बेडकर पुत्र राजेन्द्र सिंह निवासी रजापुर थाना कविनगर गाजियाबाद और राहुल गौतम निवासी नंद वाटिका पुत्र यश गौतम थाना सदर बाजार सहारनपुर को गिरफ्तार करके जेल भेजा गया है. फिलहाल वहां की स्थिति तनावपूर्ण, लेकिन शांत है.
दो पुलिस अफसरों का तबादला
जाति आधारित हिंसा के दौरान पुलिस चौकी को जलाने और 20 वाहनों को आग के हवाले करने की घटना के एक दिन बाद दो पुलिस अधिकारियों का तबादला कर दिया गया. एसपी सिटी संजय सिंह और एसपी रूरल रफीक अहमद का सहारनपुर से तबादला कर दिया गया. प्रबल प्रताप सिंह नए एसपी सिटी बनाए गए हैं, जबकि विद्यासागर ने एसपी रूरल.
वीडियो फुटेज से हो रही पहचान
एसएसपी सुभाष चंद दूबे ने बताया कि पुलिस प्रशासन ने वीडियो फुटेज के आधार पर हिंसा, आगजनी और पथराव करने वाले लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी का अभियान शुरू कर दिया है. मंगलवार को सहारनपुर हाइवे पर रेलवे फाटक और पुल के बीच यात्री वाहनों पर पथराव करने के मामले में 11 आरोपियों को दबोचकर जेल भेज दिया गय़ा.
नियंत्रण में लेकिन तनावपूर्ण हालात
थाना सरसावा के अन्तर्गत मंगलवार को नकुड रोड पर जाम लगाकर प्रदर्शन करने के मामले में पुलिस ने 20 से 25 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है. सहारनपुर के जिलाधिकारी एनपी सिंह ने बताया कि सहारनपुर जिले की स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है. पूरे जिले को 5 जोन और 19 सेक्टरों में बांटकर हर स्थिति पर नजर रखने के लिए मजिस्ट्रेट तैनात हैं.
नुकसान का किया जा रहा आकलन
जिलाधिकारी ने बताया कि मंगलवार को सहारनपुर जिले में हिंसा के तहत होने वाले नुकसान का आकलन कराया जा रहा है. डीआईजी जेके शाही ने बताया कि सहारनपुर के एसपी सिटी संजय सिह और एसपी देहात रफीक अहमद को हटा दिया गया है. उनके स्थान पर प्रबल प्रताप सिंह को नया एसपी सिटी और विद्यासागर को नया एसपी देहात बनाया गया है.
महापंचायत की मांग रहे थे इजाजत
बताते चलें कि सहारनपुर में कई स्थानों पर बुधवार को भी पथराव और झड़प की घटनाएं हुई. बीते शुक्रवार को जातीय हिंसा के बाद से ऐसी घटनाएं हो रही हैं. पुलिस के मुताबिक एक दलित संगठन ने पिछले हफ्ते दो जातियों में हुए संघर्षों में प्रभावित लोगों के लिए राहत तथा मुआवजे की मांग को लेकर शहर के गांधी पार्क में कल महापंचायत करने की इजाजत मांगी थी.
वाहनों को कर दिया आग के हवाले
एसएसपी सुभाष चंद दुबे ने कहा कि जिला प्रशासन ने ऐसे किसी भी आयोजन को मंजूरी नहीं दी. पुलिस ने महापंचायत के लिए जुटे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जिसके चलते तनाव और भगदड़ जैसी स्थिति बन गई. कई लोगों से बदसलूकी की गई और उनके वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया. मीडियाकर्मियों की पिटाई की गई और वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया.
एक शख्स की मौत, कई हुए घायल
पुलिस टीम पर पथराव किया गया. एक पुलिस चौकी को आग लगा दी गई, जबकि पुलिस के कई वाहनों को क्षतिग्रस्त किया गया. प्रदर्शनकारियों ने नजीरपुरा के निकट चकरोता मार्ग जाम कर दिया. माल्हिपुर में इमारत को आग लगा दी. पिछले हफ्ते एक रैली में तेज संगीत बजाने पर दो जातियों के लोगों के बीच झड़प हो गई, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई थी.