मुंबई के क्रूज जहाज पर मिले ड्रग्स के मामले में जहां एक तरफ आर्यन खान को जमानत मिली गई है तो दूसरी तरफ समीर वानखेड़े विवादों में आ गए हैं. एनसीबी के जोनल डायरेक्टर वानखेड़े के खिलाफ महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक लगातार हमलावर रहे हैं और तरह तरह के आरोप लगा चुके हैं. हाल ही में वानखेड़े ने उनकी जाति पर उठ रहे सवाल को लेकर अनुसूचित जाति आयोग में शिकायत दर्ज करवाई थी.
समीर वानखेड़े की शिकायत पर अनुसूचित जाति आयोग ने महाराष्ट्र के चीफ सेक्रेटरी, सेक्रेटरी, डीजीपी और मुंबई कमिश्नर को नोटिस जारी किया है. साथ ही सात दिनों में रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा है.
इससे पहले, वानखेड़े की अर्जी पर गुरुवार को बॉम्बे हाई कोर्ट में सुनवाई हुई थी, जहां से उन्हें राहत मिल गई. कोर्ट में महाराष्ट्र सरकार के वकील ने कहा कि यदि वानखेड़े को मामले में गिरफ्तार किया जाता है तो उन्हें तीन दिन पहले नोटिस दिया जाएगा. समीर वानखेड़े ने बॉम्बे हाई कोर्ट में अर्जी दायर करके अंतरिम सुरक्षा की मांग की थी. साथ ही, एनसीबी अधिकारी ने कहा था कि यदि उनके खिलाफ जांच की जाती है तो वह जांच केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई) करे. इस समय मुंबई पुलिस उनके खिलाफ जांच कर रही है.
हाई कोर्ट में गुरुवार दोपहर हुई सुनवाई में महाराष्ट्र सरकार के वकील ने कोर्ट को बताया था कि उनके पास समीर वानखेड़े के खिलाफ चार अलग-अलग याचिकाएं हैं. वानखेड़े के खिलाफ एसीपी लेवल अधिकारी जांच कर रहे हैं. यह जांच अभी हाल ही में शुरू हुई है. हमने वानखेड़े के खिलाफ कोई भी एफआईआर दर्ज नहीं की है. ऐसे में यह एप्लीकेशन अभी शुरुआती स्टेज पर ही है.