भ्रष्टाचार पर नकेल कसने की कड़ी में गुरुवार को विजिलेंस टीम ने बिहार के दो वरिष्ठ अधिकारायों को रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया. पकड़े गए अधिकारियों में जयनगर के एसडीओ और डीएसपी शामिल हैं.
मधुबनी जिले के जयनगर ब्लॉक में गुरुवार की सुबह विजिलेंस विभाग के अधिकारियों ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया. टीम ने रिश्वत लेने के आरोप में जयनगर के अनुमंडल पदाधिकारी गुलाम मुस्तफा अंसारी और डीएसपी चंदन पुरी को उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया.
विजिलेंस टीम दोनों अधिकारियों को गिरफ्तार करने के बाद पटना के लिए रवाना हो गई. जिले के पुलिस अधीक्षक दीपक बरनवाल ने गिरफ्तारी की पुष्टि की है.
जानकारी के अनुसार दोनों अधिकारी रामबृक्ष साह नाम के ट्रांसपोर्टर से घूस लेने के आरोप में ट्रैप किए गए. जयनगर के ट्रांस्पोर्टर रामवृक्ष साह से दोनों एक काम करने की एवज में पचास-पचास रुपये की मांग की थी. रामवृक्ष भारत नेपाल के बीच ट्रांसपोर्ट का काम करता है.
पिछले दिनों रामवृक्ष के गोदाम पर छापेमारी भी हुई थी. उस वक्त वहां कुछ नहीं मिला था. लेकिन पटाखों की खेप को लेकर लेन-देन की बात हुई थी. ट्रांसपोर्टर रामवृक्ष ने परेशान होकर इस बात की शिकायत विजिलेंस विभाग में कर दी.
शिकायत को गंभीरता से लेते हुए गुरुवार की सुबह विजिलेंस की दो टीम 4 गाड़ियों से जयनगर पंहुची. विजिलेंस की योजना के मुताबिक रामबृक्ष पैसा लेकर एसडीओ और डीएसपी के आवास पर गया और पैसा देकर आ गया. इसके बाद पीछे से टीम ने इन दोनों अधिकारियों के आवास पर छापा मार दिया. और दोनों को धर दबोचा.
स्टॉफ कुछ समझ पाता इससे पहले ही टीम दोनों अधिकारियों को लेकर चली गई. एसडीओ मूल रूप से मसरक, छपरा के रहने वाले हैं. लेकिन उनका परिवार पटना में रहता है. वहीं, अगस्त 2015 से जयनगर में तैनात डीएसपी मोतिहारी शहर के रहने वाले हैं.
एक साथ एक ही अनुमंडल के दो अधिकारियों का रिश्वत के आरोप में पकड़े जाना अपने आप में बिहार का पहला मामला हो सकता है. फिलहाल मामले की जांच पड़ताल चल रही है.