यूपी पंचायत चुनाव के दौरान बूथ कैप्चरिंग के आरोपी दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री तोताराम यादव को गिरफ्तार कर लिया गया है. गिरफ्तारी के समय वह कैबिनेट मंत्री और सपा के वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव के साथ मंच साझा कर रहे थे. कार्यक्रम के खत्म होने के बाद वह जैसे ही मंच से नीचे उतरे पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद अचानक उनके सीने में दर्द हो गया, जिसके बाद उन्हें निजी मुचलके पर रिहा कर दिया गया. डॉक्टरों ने उन्हे पीजीआई, लखनऊ रेफर कर दिया है.
जानकारी के मुताबिक, 13 अक्टूबर को पंचायत चुनाव के दूसरे फेज के लिए वोटिंग हुई थी. इसमें तोताराम खुद जिला पंचायत का चुनाव लड़े थे. मैनपुरी के बेवर ब्लॉक के रायपुर बूथ का एक वीडियो सामने आया. इसमें तोताराम बूथ कैप्चरिंग करते हुए साफ दिखे थे. वह बूथ के अंदर बैलेट पेपर्स पर ठप्पा लगाते हुए नजर आए थे. उस समय वोटिंग अफसर सहित तीन लोग मौजूद थे. इलेक्शन कमीशन के निर्देश पर केस दर्ज की गई थी.
दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री हैं तोताराम यादव
सहकारिता विभाग की कार्यदायी संस्था पैक्सफेड के चेयरमैन तोताराम यादव सपा के पुराने नेता हैं. उन्हें राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त है. मैनपुरी के लोकसभा चुनाव में उनकी अहम भूमिका थी. उन पर कई नियुक्तियों को लेकर बड़े पैमाने पर गड़बड़ियां करने का आरोप है. उनको सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव का करीबी माना जाता है. इसके बावजूद शिवपाल की मौजूदगी में उनकी गिरफ्तारी कई तरह के कयास को हवा दे रही है.
तोताराम ने विपक्ष की साजिश करार दिया
अपने ऊपर बूथ कैप्चरिंग का आरोप लगने के बाद तोताराम ने कहा था, 'मैं किसी भी बूथ पर नहीं गया था. मैंने बूथ कैप्चरिंग नहीं की. यह विपक्षियों की साजिश है. मैं पतला हूं, जबकि वीडियो में दिखने वाला आदमी मोटा है. मैं घड़ी नहीं पहनता हूं, जबकि वीडियो में वो शख्स घड़ी पहने हुए है. मेरी चांद गंजी है, जबकि उस आदमी के बाल हैं.' यह वही तोताराम हैं, जो इससे पहले रेप पर विवादित बयान दे चुके हैं.