महाराष्ट्र के पुणे में पुलिस ने एक लॉज में चल रहे सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया है. सेक्स रैकेट के जाल में फंसी एक नाबालिग लड़की के खुलासे से पुलिस पर सवाल उठने लगे. नाबालिग लड़की ने बताया कि उसे खुद एक पुलिसवाले ने इस गिरोह में शामिल दलालों को बेचा था.
पीड़िता ने बताया कि वह बांग्लादेश के ढाका की रहने वाली है. छोटी उम्र में ही उसके पिता की मौत हो गई थी. पिता की मौत के सदमे से उसकी मां भी मानसिक रूप से बीमार हो गई. जिसकी वजह से कम उम्र में ही उसके कंधों पर परिवार का बोझ पड़ गया था.
नौकरी के नाम लाया था मुंबई
अपने परिवार का पेट पालने के लिए वह घरों में काम करने लगी. इसी दौरान उसके पड़ोसी ने उसकी मदद करने के बहाने उसकी मजबूरी का फायदा उठाया और अच्छी नौकरी दिलवाने का वादा कर उसे मुंबई ले आया. यहां लाकर उसने मासूम को देह व्यापार से जुड़े दलालों को बेच दिया.
पुलिसवाले ने ही उसे बेच दिया
पीड़िता के मुताबिक, दो बार पुलिस ने उसको सेक्स रैकेट के दलदल से बाहर तो निकाला लेकिन दूसरे ही पल एक पुलिसकर्मी ने उसे फिर से देह व्यापार के दलदल में धकेल दिया. दो बार पुलिस के हाथों बिक चुकी नाबालिग पीड़िता का अब पुलिस पर से विश्वास उठ गया है.
एनजीओ से लगाई थी गुहार
पीड़िता ने इस बार इस दलदल से निकलने के लिए एक एनजीओ से गुहार लगाई थी. एनजीओ की मदद से पुलिस ने पुणे-सातारा राजमार्ग स्थित एन.एम. नामक लॉज पर छापा मारकर सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया. लॉज का मालिक ही सेक्स रैकेट चला रहा था.
आरोपी की तलाश में जुटी पुलिस
पुलिस ने लॉज मालिक सहित 12 लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इस रैकेट में फंसी एक नाबालिग लड़की सहित चार लड़कियों को गिरोह के चंगुल से बाहर निकाला है. आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं और पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है. पुलिस ने नाबालिग पीड़िता की तहरीर पर अज्ञात पुलिसकर्मी के खिलाफ भी केस दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है.