राजद के पूर्व सांसद शहाबुद्दीन ने तिहाड़ जेल में उनके साथ किए जा रहे व्यवहार से खुश नहीं हैं. इसको लेकर उन्होंने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की है. शहाबुद्दीन की याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट ने दिल्ली सरकार और सीबीआई को नोटिस भेज दिया है. अब इस मामले में 27 अप्रैल को अगली सुनवाई होगी.
शहाबुद्दीन ने अपनी याचिका में कहा है कि उनके साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया जा रहा है. उन्हें अकेले काल-कोठरी में बंद कर दिया गया है, जहां वो किसी से बात नहीं कर सकता है. इसके अलावा शहाबुद्दीन ने अपनी सुरक्षा को लेकर भी सवाल उठाए हैं. शहाबुद्दीन की तरफ से कहा गया है कि उसे कोर्ट में पेश होने की इजाजत दी जाए ताकि वह बता सके कि जेल में उसके साथ किस तरह का व्यवहार किया जा रहा है.
आपको बता दें कि शहाबुद्दीन पर फिलहाल 45 आपराधिक मामले चल रहे हैं. 2017 में पटना हाई कोर्ट ने शहाबुद्दीन को एसिड अटैक केस में उम्र कैद की सजा सुनाई थी. सीबीआई पत्रकार राजदेव रंजन के हत्या के मामले में भी शाहबुद्दीन के खिलाफ जांच कर रही है.
1 साल पहले सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर शहाबुद्दीन को बिहार की सीवान जेल से तिहाड़ जेल में शिफ्ट कर दिया गया था. सुप्रीम कोर्ट का यह आदेश पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या के बाद उनकी पत्नी की उस याचिका पर आया था जिसमें कहा गया था कि राजदेव रंजन की हत्या के बाद अगर वह बिहार की जेल में रहा तो शहाबुद्दीन से उनकी जान को भी खतरा है.
आपको बता दें कि अभी हाल ही में ऐसी भी खबरें आई थीं कि शहाबुद्दीन अपनी मांगों को लेकर जेल में भूख हड़ताल पर बैठे हैं.