शाहजहांपुर केस की जांच कर रही स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) ने कोर्ट में अपनी चार्जशीट दाखिल कर दी है. पूर्व केंद्रीय मंत्री चिन्मयानंद पर लगे यौन उत्पीड़न आरोप और उनसे फिरौती मांगने के दोनों मामले में चार्जशीट दाखिल की गई है.
यौन उत्पीड़न के मामले में चिन्मयानंद को कोर्ट में पेश भी किया गया. इसके अलावा चिन्मयानंद से 5 करोड़ मांगने के आरोप में छात्रा और उसके तीनों दोस्तो को भी कोर्ट में पेश किया गया.
बीजेपी नेता का नाम
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद से रंगदारी मांगने के मामले में एसआईटी ने बीजेपी नेता और जिला सहकारी बैंक के चेयरमैन डीपीएस राठौड़ का नाम भी चार्जशीट में शामिल किया है. डीपीएस राठौड़ यूपी में राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त और प्रदेश पार्टी उपाध्यक्ष के भाई हैं.
क्या है मामला?
डीपीएस राठौड़ को स्वामी चिन्मयानंद से करोड़ों की रंगदारी मांगने की योजना में शामिल पाया गया है. एसआईटी ने अपनी जांच के दौरान उनके पास से आधी रात को एक लैपटॉप जब्त किया था जिसमें चिन्मयानंद और लड़की से जुड़े कई वीडियो मिले. स्वामी चिन्मयानंद 20 सितंबर से न्यायिक हिरासत में हैं.
कई अहम दस्तावेज जब्त
चिन्मयानंद पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली कानून की छात्रा से संबंधित वसूली मामले में विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने सोमवार को बीजेपी नेता डीपीएस राठौड़ का लैपटॉप और पेन ड्राइव जब्त किया था. चिन्मयानंद की ओर से दर्ज वसूली मामले में संदिग्ध भूमिका के लिए डीपीएस राठौड़ से एआईटी ने रविवार को 12 घंटे तक पूछताछ की थी.
डीपीएस राठौड़ जिला सहकारी बैंक के चेयरमैन हैं और वह राजस्थान के दौसा में भी उस समय मौजूद थे जहां एसआईटी की टीम ने 30 अगस्त को मेंहदीपुर बालाजी मंदिर के निकट 23 वर्षीय छात्रा को बरामद किया था. कानून की छात्रा 24 अगस्त को लापता हो गई थी.