हिमाचल प्रदेश के कोटखाई की गुड़िया गैंगरेप मर्डर केस में सीबीआई 2 अगस्त को हाईकोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करेगी. सीबीआई गुड़िया केस में कई राज खोलने जा रही है. इसके बाद सीबीआई इस केस में दो से तीन नई गिरफ्तारियां कर सकती है. ये गिरफ्तारियां सबूत मिटाने के आरोपों के तहत होंगी. उधर, ये मामला राष्ट्रपति के पास भी पहुंच गया है.
दैनिक भास्कर के मुताबिक, 2 अगस्त को राज खोला जाएगा कि आखिर सीबीआई ने इस केस में मशहूर बागवान अनंत सिंह नेगी से क्यों पूछताछ की और उनके बयान क्यों लिए? उनका इस केस में क्या लेना देना है और वह कौन सा सच पुलिस के सामने लाना चाहता है. नेगी के पास ऐसे कौन से सबूत हैं जिसके आधार पर वह मजदूरों को बेकसूर बता रहे हैं.
वहीं, गुड़िया गैंगरेप और मर्डर केस राष्ट्रपति के पास पहुंच गया है. कोटखाई की छात्रा को न्याय दिलवाने के लिए बने गुड़िया न्याय मंच ने राष्ट्रपति के नाम ऑनलाइन पिटिशन डाली है. जस्टिस फॉर गुड़िया नामक याचिका में पुलिस जांच पर गंभीर सवाल उठाए गए हैं. आरोप लगाया है असली गुनहगारों को बचाने के लिए पुलिस ने लगातार कोशिश की है.
सीबीआई के शक के घेरे में पुलिसिया जांच
केस का रुख मोड़ने के लिए गरीब मजदूरों को उठाया गया. एक मजदूर की कस्टडी में हत्या भी कर दी गई है. न्याय मंच ने एसआईटी समेत प्रदेश पुलिस प्रमुख को बर्खास्त करने की भी मांग उठाई है. सीबीआई को पुलिस की कहानी सही नहीं लग रही. उनको यह समझ नहीं रहा कि जहां से गुड़िया की लाश मिली, ऐसी क्या मजबूरी हुई कि राजू का ढारा तोड़ना पड़ा.
एक और गुड़िया को बनाया हवस का शिकार
कोटखाई की वारदात की आग अभी शांत भी नहीं हुई कि चंबा के तीसा में नाबालिग छात्रा से टीचर ने रेप कर दिया. इसके बाद कुछ लोगों ने स्थानीय शिक्षकों को पीट दिया. इससे गुस्साए लोगों ने रविवार को दुकानों में तोड़फोड़ कर दी. सोमवार को विरोध स्वरूप रैली निकाली गई और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाज की गई. जमकर बवाल और पथराव हुआ.