कलयुग में ऐसी कहानियां शायद ही सुनने को मिल सकती है. जब एक बेटा खुद अपने हाथों से अपनी ही मां का गला घोंट दे और पेट्रोल डाल कर उसकी लाश फूंक दे. धरती पर जिस रिश्ते को भगवान का दर्जा हासिल है. जिस मां की छांव तले पल कर हर कोई इस काबिल बनता है कि वो अपने पैरों पर चल सके. ऐसी औलाद पर उसी के मां के कत्ल का इल्जाम है.
कानपुर के रहने वाले पवन की अपनी मां के साथ अक्सर लड़ाई हुआ करती थी. लड़ाई की वजह भी कोई खास नहीं, बल्कि मां की बीमारी थी. निकम्मा बेटा और उसका इलाज करा पाने में नाकाम था. एक रोज उसने ऐसी साजिश रची, जिसके बारे में कोई सोच भी नहीं सकता. उसने 26 जून को अपने एक दोस्त की कार में मां को वृद्धाश्रम छोड़ आने की बात कही.
इसी बहाने उसे लेकर शहर से बाहर गया. रास्ते में ही कार से उतार कर गला घोंट पर पहले बुजुर्ग मां की जान ली और फिर पेट्रोल डाल कर लाश आग के हवाले कर दी. घर लौट कर अपने बुजुर्ग पिता को भी मां के खो जाने की जानकारी दे दी. कत्ल के अगले ही दिन थाने में मां की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवा कर पुलिसवालों को भी गुमराह करने की कोशिश की.
पड़ोसियों ने पुलिस को बताया कि उसकी मां आखिरी बार उसके साथ ही गई थी. बस इसके बाद पुलिस ने पवन से जब कड़ाई से पूछताछ की, तो उसने मां के कत्ल की कहानी सुनाई. पुलिस ने कत्ल के इल्ज़ाम में पवन और उसके दोस्त अभय को गिरफ्तार तो कर ही लिया, साथ ही जली हुई लाश के हिस्से भी बरामद कर लिए. फिलहाल आरोपियों से पूछताछ जारी है.