वाराणसी की एसटीएफ इकाई ने भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह खान की पांच शहनाईयों की चोरी का खुलासा कर दिया है. इस काम को अंजाम देने वाला और कोई नहीं बल्कि खुद उस्ताद का पोता ही था. एसटीएफ और पुलिस टीम ने एक चांदी की शहनाई सही सलामत बरामद कर ली जबकि तीन शहनाईयों को गला दिया गया. पुलिस ने इस मामले में दो ज्वैलर्स को भी गिरफ्तार किया है.
दरअसल, बीती पांच दिसंबर को उस्ताद बिस्मिल्लाह खां के बेटे काजिम हुसैन के चाहमामा-दालमंडी स्थित घर से उस्ताद की पांच चांदी की शहनाईंयां चोरी हो गई थी. बता दें कि चुराई गई शहनाइयों में उस्ताद बिस्मिल्लाह खां की वो शहनाई भी शामिल थी, जिससे वह मोहर्रम की 5वीं और 7वीं तारीख पर आंसुओं का नजराना पेश करते थे.
चांदी की इन शहनाइयों के साथ-साथ उस्ताद बिस्मिल्लाह खां को पुरुस्कार के रुप में मिली चांदी की कई तश्तरियां और लाखों रुपए के जेवरात भी चुरा लिए गए थे. इस संबंध में उनके बेटे की तरफ से मामला दर्ज कराया गया था. तभी से पुलिस मामले की जांच में जुटी थी.
पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज के आधार पर मामले की तफ्तीश शुरु की और आखिरकार पुलिस ने एक ज्वैलर की दुकान पर छापा मारकर एक चांदी सही सलामत बरामद कर ली. जबकि तीन शहनाईंयों को गला दिया गया. पुलिस ने मौके से एक किलो चांदी भी बरामद की. पुलिस को जांच में पता चला कि इस वारदात को खुद उस्ताद के पोते ने अंजाम दिया था.
इस संबंध में चोक थाना पुलिस ने उस्ताद बिस्मिल्लाह खां के पोते समेत दो ज्वैलर्स को भी गिरफ्तार कर लिया है. जानकारी के मुताबिक चोरी गई तीन चांदी की शहनाईं प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव ने उस्ताद को भेंट की थी. जबकि एक-एक चांदी की शहनाईं कपिल सिब्बल और लालू प्रसाद यादव ने उन्हें भेंट की थी.