गुजरात के सूरत जिले में फार्मेसी की एक छात्रा ने हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाकर जान दे दी. इस वारदात से कॉलेज प्रशासन में हडकंप मच गया. मरने से पहले छात्रा ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है.
मामला सूरत के तरसाडी गांव का है. जहां मालीबा कॉलेज में दिव्या पटेल फार्मेसी विभाग में द्वतीय वर्ष की छात्रा थी. जो वहीं कॉलेज के हॉस्टल में रहा करती थी. मंगलवार की सुबह इस बात का पता चला कि दिव्या ने खुदकुशी कर ली है.
दरअसल, हॉस्टल के कमरा नंबर- 29 में रहने वाली दिव्या ने आज कमरा नहीं खोला. दरवाजा अंदर से बंद था. छात्राओं ने इस बात की जानकारी हॉस्टल की वार्डन को दी, उन्होंने आकर दरवाजा खुलवाने की कोशिश की. लेकिन कोई जवाब नहीं मिला.
तब इस बात की जानकारी वॉर्डन ने कॉलेज प्रशासन और पुलिस को दी. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई. जब कमरे का दरवाजा तोडा गया तो अंदर दिव्या की लाश पंखे से लटक रही थी. मरने से पहले छात्रा ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा था. जिसमें उसने अपने माता-पिता से माफी मांगी है.
उसने अपनी मौत के लिए किसी को जिम्मेदार भी नहीं ठहराया है. थाने के एसआई ए.जे. पांडव ने बताया कि खुदकुशी के इस मामले की जांच पुलिस ने शुरू कर दी है. जांच में पता चला कि इस कॉलेज के हॉस्टल में पिछले 3 महीने में दो छात्राओं ने आत्महत्या की है.