तमिलनाडु के कुड्डालोर में एक चौंकाने वाली घटना में वन्नियार समुदाय के कुछ लोगों ने एक दलित युवक पर हमला कर दिया. 20 साल के अजीत कुमार शनिवार को जब अपनी भाभी के साथ घर की ओर वापस जा रहे थे तभी वन्नियार समुदाय के 5 लोगों ने उनपर हमला कर दिया. बाइक पर सवार अजीत कुमार को पहले आरोपियों ने रोका और बाद में हमला कर दिया.
अजीत कुमार को पहले सनग्लास उतारने को कहा गया और बाइक को पैदल लेकर गांव तक चलने को कहा. अजीत कुमार ने जब उनकी इस मांग को मानने से इनकार किया था तो गोपी नाम के एक हमलावर ने अजीत की भाभी के साथ दुर्व्यवहार किया. इसके बाद तनाव और बढ़ गया. हालांकि अजीत कुमार और उनकी भाभी को तो आरोपियों ने जाने दिया, लेकिन कुछ देर बाद गोपी और उसके कुछ साथियों ने अजीत पर हमला कर दिया.
पुलिस के मुताबिक अजीत कुमार और उनके पिता पर पत्थर फेंके गए. पीड़ित के मुताबिक उनपर, उनके पिता और मां पर हमला किया गया.
पुलिस ने मामले में गोपी और पांच अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. उन पर अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति अधिनियम के खिलाफ अत्याचार के तहत मामला दर्ज किया गया. लेकिन इसमें पीड़ित और गांववालों के लिए जो सबसे चौंकाने वाली चीज रही वो अजीत कुमार की गिरफ्तारी रही.
आरोपी गोपी की शिकायत पर पुलिस ने अजीत कुमार को गिरफ्तार किया. गोपी और उसके सहयोगियों ने आरोप लगाया कि अजीत ने भी उनपर भी हमला किया. हालांकि दलित समुदाय के लोगों ने राजनीतिक दलों पर वन्नियार समुदाय का समर्थन करने और केवल उनके पक्ष में काम करने का आरोप लगाया है. पुलिस के अधिकारियों ने सफाई देते हुए कहा कि जो शिकायत मिली है उसी पर हम कार्रवाई कर रहे हैं. अधिकारियों ने दावा किया ये जाति आधारित हमला नहीं था.