राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एकबार फिर अध्यापक द्वारा छात्र की बेरहमी से पिटाई का मामला सामने आया है. वैसे तो अध्यापकों को विद्यार्थियों के साथ मारपीट की अनुमति ही नहीं है. बावजूद इसके अक्सर ऐसे अध्यापक सामने आते रहते हैं जो अपनी फ्रस्ट्रेशन अपने विद्यार्थियों पर निकालते हैं और उनके साथ गुरु की तरह नहीं, बल्कि हैवान की तरह पेश आते हैं. राजधानी दिल्ली में सामने आया यह नया मामला इसी तरह का है.
पूर्वी दिल्ली के खजुरी खास इलाके में स्थित सरकारी स्कूल में छठी कक्षा में पढ़ने वाले छात्र की अध्यापक ने इतनी सख्त पिटाई कर दी कि छात्र का हाथ ही फ्रैक्चर हो गया. छात्र के परिजनों ने स्कूल प्रशासन से इसकी शिकायत भी की, लेकिन स्कूल प्रशासन ने परिजनों की शिकायत पर ध्यान नहीं दिया और उन्हें टरका दिया. इसके बाद परिजनों को पुलिस में शिकायत दर्ज करानी पड़ी.
दर्ज शिकायत के अनुसार, छात्र का आरोप है कि 8 नवंबर को वह अपने एक साथी के साथ स्कूल परिसर के अंदर शौचालय की ओर गया हुआ था, तभी वहां मौजूद एक अध्यापक ने उसे छड़ी से इतनी जोर से मारा कि उसका हाथ ही फ्रैक्चर हो गया. छात्र का कहना है कि उस समय अध्यापक ने कपड़े से मुंह भी ढंक रखा था.
मासूम स्टूडेंट पिटाई से इस कदर सहमा हुआ है की ज्यादा कुछ बताने की हालात में नहीं है. स्टूडेंट का परिवार सोनिया विहार में रहकर गुजर बसर करता है. परिजनों की शिकायत पर जब स्कूल प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की तो इस बाबत थाने में कंप्लेंट दी गई. परिवार वालों का आरोप है कि इस बारे में शिकायत लेकर वे जब स्कूल प्रशासन के पास गए तो टीचर ने एक नहीं सुनी. फिलहाल पुलिस ने इस बाबत मामला दर्ज कर लिया है और मामले की जांच की जा रही है.
वहीं स्कूल प्रशासन ने आरोपों से साफ इनकार कर दिया है. स्कूल प्रशासन का कहना है कि उनके स्कूल में कोई भी अध्यापक बच्चों की इस तरह पिटाई नहीं करता. अब पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही कि वाकई में मामला टीचर द्वारा टॉर्चर का है या फिर कुछ और.