राजस्थान में स्कूली बच्चों की बेरहमी से पिटाई के मामले थमने का नाम नही ले रहे हैं. उदयपुर, बाड़मेर और जयपुर के बाद अब नागौर में एक छात्र की बुरी तरह से पिटाई करने का मामला सामने आया है. पीड़ित छात्र को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. पुलिस मामला दर्ज कर आरोपी शिक्षक की तलाश में जुटी है.
घटना नागौर के शेरानी आबाद गांव की है. निजी स्कूल में पढ़ने वाले 10 साल के मासूम अशफाक की उसके शिक्षक रामचंद्र मुंडा ने इस कदर पिटाई की कि उसे अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा. दरअसल अशफाक का गुनाह सिर्फ इतना था कि उसने आरोपी टीचर से स्कूल छोड़ सरकारी स्कूल में दाखिला लेने की बात कही थी. अशफाक की इस बात पर आरोपी शिक्षक को इतना गुस्सा आया कि उसने अशफाक को डंडे से बुरी तरह पीटना शुरू कर दिया.
मासूम को मारते-मारते डंडा टूट गया लेकिन रामचंद्र नहीं रूका. बेतहाशा मार खाने के बाद अशफाक बेहोश हो गया. काफी देर बाद अशफाक को होश आते ही उसे घर भेज दिया गया. शिक्षक की पिटाई का खौफ उसके दिल में भरा चुका था. घर पहुंचते ही अशफाक ने अपने परिजनों को कुछ नहीं बताया और अपने कमरे में जाकर चुपचाप सो गया.
उसी शाम अशफाक के दोस्तों ने उसके परिजनों को उसके साथ की गई मारपीट के बारे में बताया. अशफाक के माता-पिता ने अशफाक के कपड़े उतरवाए और अशफाक के शरीर पर पड़े निशान देखकर वो हक्के-बक्के रह गए. अशफाक बुरी तरह से घायल था और दर्द से कराह रहा था. उसे फौरन अस्पताल में भर्ती कराया गया.
परिजनों ने जब स्कूल प्रशासन को इस बारे में इत्तला किया तो उन्होंने परिवार पर समझौते का दबाव बनाया. वहीं उन्होंने परिजनों से आरोपी शिक्षक को हटाने की भी बात कही. लेकिन परिवार के लिए यह नाकाफी था. परिजनों ने पुलिस में इसकी शिकायत की. पुलिस ने मामले की गंभीरता को देख आरोपी शिक्षक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया.
बताते चलें कि अशफाक के माता-पिता मजदूरी कर परिवार का पेट पालते हैं. कुछ समय से तंगहाली झेल रहे परिवार ने अशफाक का दाखिला सरकारी स्कूल में करवाने का फैसला किया. यहीं बात मासूम को अपने शिक्षक को बताना महंगा पड़ गया. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर जल्द कार्रवाई का भरोसा दिला रही है.