राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने संदिग्ध रूप से आईएसआईएस प्रभावित एक आतंकवादी समूह को हथियार मुहैया कराने के आरोप में 21 वर्षीय नईम को मेरठ से गिरफ्तार किया गया था. उसे शुक्रवार को दिल्ली की जिला जज पूनम बम्बा की अदालत में पेश किया गया. कोर्ट ने आरोपी को एनआईए की कस्टडी में दे दिया है. दरअसल, एनआईए के अधिकारी उससे पूछताछ करेंगे. ऐसे बहुत से सवाल हैं, जो एनआईए आरोपी से पूछना चाहती है.
आईएसआईएस मॉडयूल का खुलासा होने के बाद एनआईए की टीम ने मेरठ में दबिश देकर नईम को गुरुवार की रात मेरठ से गिरफ्तार किया था. फिर शुक्रवार को एनआईए ने आरोपी नईम को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया. कोर्ट एनआईए की दलीलें सुनने के बाद आरोपी नईम को 10 दिन के लिए एनआईए की कस्टडी में भेज दिया है. अब आरोपी नईम को 14 जनवरी को दोबारा अदालत में पेश किया जाएगा.
एनआईए के अधिकारियों ने कोर्ट से कहा है कि आरोपी नईम ने ही आईएसआईएस मॉडयूल के बाकी आरोपियों को हथियार सप्लाई किए थे. एनआईए के अफसरों के मुताबिक, जांच एजेंसी ये पता करने में जुटी हुई है कि नईम के आका कौन हैं? रिमांड के दौरान पूछताछ में आरोपी नईम से और भी कई जानकारियां मिलने की उम्मीद जताई जा रही है.
ऐसे हुआ था आईएसआईएस मॉडयूल का खुलासा
एनआईए ने यूपी के अमरोहा, लखनऊ, हापुड़ और मेरठ और दिल्ली से कई संदिग्धों को गिरफ्तार कर कथित आईएसआईएस मॉड्यूल का खुलासा किया था. ये लोग कई जगहों पर सीरियल धमाके करने की साजिश रच रहे थे. साथ ही वे फिदायन हमले की तैयारी करना चाहते थे. आरोपियों ने बम बनाने का काफी सामान जमा किया था. सभी आरोपी 20 से 30 साल की उम्र के हैं. एनआईए के मुताबिक मुफ्ती सोहेल इस ग्रुप का सरगना है. जिस मॉड्यूल का पर्दाफाश हुआ है वह आईएस से प्रेरित था. जो कई जगहों पर विस्फोट करने की योजना बना रहा था. अभी कुल 16 लोग हिरासत में लिए गए थे. जिनमें से 10 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. बाकी से पूछताछ की जा रही है. छापेमारी में बड़ी मात्रा में विस्फोटक, देसी लॉन्चर और हथियार बरामद हुए हैं. इसके अलावा 100 मोबाइल फोन, 135 सिम कार्ड और साढ़े सात लाख रुपये नकदी भी बरामदगी हुई है. एनआईए ने इस संबंध में दिल्ली और यूपी में 17 ठिकानों पर छापेमारी की थी.