यूपी के झांसी में चोरों के साथ चोरी होने का मामला सामने आया है. जबलपुर से झांसी की ओर जाने वाली ट्रेन में यात्रा करने वाले यात्री का मोबाइल लेकर भाग रहे दो चोरों को यात्रियों ने रंगे हाथ पकड़ लिया. उनकी जमकर पिटाई की और झांसी जीआरपी के सुपुर्द कर दिया. इसी दौरान किसी ने उनकी जेब साफ कर दी. पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है.
जानकारी के मुताबिक, जबलपुर से झांसी जाने वाली ट्रेन जबलपुर एक्सप्रेस के स्लीपर कोच एस-4 में सवलगढ़ मरैना निवासी कौशलेंद्र सिंह कटनी से मथुरा जा रहे थे. ट्रेन जब सागर स्टेशन के नजदीक पहुंची, तो दो युवक उनका मोबाइल लेकर भागने लगे. यात्रियों की मदद से चोरों को रंगे हाथ पकड़ लिया गया. उनकी जमकर पिटाई कर दी.
इसके बाद जब ट्रेन झांसी स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 5 पर पहुंची, तो लिखित शिकायत करते हुए चोरों को झांसी जीआरपी के हवाले कर दिया गया. पकड़े गए चोरों ने पुलिस से पूछताछ में अपना नाम पंकज मिश्रा और अक्षय बताया. उनका आरोप है कि पिटाई के दौरान उनकी जेब में रखे दो हजार रुपये किसी ने पार कर लिए.
बताते चलें रेल मंत्रालय के आंकड़े के अनुसार, 2014 में ट्रेनों में 13,813 अपराध हुए थे. यह संख्या 2015 में बढ़कर 17,726 हो गई. इसी तरह 2014 में रेल परिसरों में 8,085 अपराध हुए और 2015 में यह संख्या बढ़कर 9,650 हो गई. बढ़ते अपराधों को ध्यान में रखकर रेलवे प्रशासन सुरक्षा और संरक्षा का ढांचा मजबूत करने के लिए तकनीकों का सहारा ले रहा है.
इसके लिए प्लेटफार्मों और ट्रेनों पर सीसीटीवी, अभिगमन नियंत्रण और तोड़फोड़ विरोधी जांच से जुड़ी एक एकीकृत सुरक्षा प्रणाली को मंजूरी दे दी गई है. विभिन्न स्टेशनों पर 5,367 सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं. इस समय हर दिन 2,300 ट्रेनों में आरपीएफ कर्मी हैं. जबकि 2,200 ट्रेनों में जीआरपी कर्मी तैनात होते हैं.