झारखंड की राजधानी रांची से महज 20 किलोमीटर दूर मांडर इलाके के नगड़ा गांव में जमीन विवाद में रविवार रात तीन लोगों की हत्या कर दी गई. घटना के बाद पूरे इलाके में तनाव है. हालात को देखते हुए बड़ी संख्या में गांव में पुलिस बल तैनात किया गया है. पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर ही कैंप कर रहे हैं.
पुलिस के मुताबिक मांडर के नगड़ा गांव निवासी सुका उरांव और दूसरे पक्ष के रोशन उरांव के बीच काफी समय से जमीन का विवाद चल रहा था. सुका उरांव मानसिक रूप से विक्षिप्त बताया जा रहा है. रविवार को दिन में ही दोनों पक्षों में जमीन को लेकर विवाद हुआ, जिसके बाद रात के समय सुका खेत में जाकर निशान देने लगा. जब इस बात की जानकारी रौशन उरांव और शिवा उरांव को मिली तो वे भी रात में ही खेत पहुंच गए और सुका को निशान लगाने से रोकने लगे.
रौशन उरांव की दखंलदाजी से नाराज सुका उरांव ने टांगी से दोनों पर हमला कर दिया. जबतक रौशन और शिवा संभल पाते, सुका ने दोनों को काट डाला. जब इस बात की खबर गांववालों को लगी तो गांव के लोगों ने भी सुका को भी पीट-पीटकर मार डाला. रौशन उरांव नागड़ा गांव के मुखिया सुजीता उरांव का देवर बताया जाता है. फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर तहकीकात शुरू कर दी है, और तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
इस घटना से जुड़ी एक और कहानी सामने आ रही है. कुछ गांववालों के मुताबिक रौशन उरांव अपने खेत में धान कटाई के बाद उसे दूसरे जगह ले जाने के लिए ढुलाई करवा रहा था. इसी दौरान बिरसा उर्फ सुका उरांव का भैंस गेहूं के खेत मे चरने लगा. इसे पकड़ कर इन लोगों ने बांध दिया. जिसके बाद विवाद शुरू हुआ.