सीबीआई की विशेष अदालत ने मेरठ के दौराला में एक जंगल में फर्जी मुठभेड़ में 20 साल की कॉलेज छात्रा को मारने की करीब 15 साल पुरानी घटना में दोषी तीन सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारियों को सोमवार को उम्रकैद की सजा सुनाई है.
सरकारी वकील कुलदीप पुष्कर ने कहा कि मेरठ कॉलेज की छात्रा स्मिता भादुड़ी की 14 जनवरी, 2000 को मेरठ के सिवाया गांव के पास फर्जी मुठभेड़ में गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. वहीं उसका दोस्त मोहित इसमें घायल हो गया था.
उनके अनुसार अतिरिक्त जिला न्यायाधीश नवनीत कुमार ने सेवानिवृत्त पुलिस उपाधीक्षक अरण कौशिक, कांस्टेबल भगवान सहाय और सुरेंद्र कुमार को IPC की संबंधित धाराओं के तहत हत्या का दोषी पाया. इसके बाद उन्हें सजा सुनाई गई.