मध्य प्रदेश की भोपाल जेल से भागे आतंकियो को भले ही मार गिराया गया हो, मगर उस घटना के बाद से दिल्ली की तिहाड़ जेल की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. जेल वार्डन और जेल अधीक्षक को साफ़ तौर पर गिद्ध की नज़र रखने के लिए कहा गया है. जेल में बंद सिमी आतंकियों की निगरानी भी बढ़ाई गई है.
भोपाल जेल हादसे से सबक लेते हुए तिहाड़ जेल प्रशाशन ने जेल में बंद सिमी के आंतकियों समेत सभी आतंकियों की सुरक्षा और निगरानी बढ़ा दी है. तिहाड़ जेल नंबर 1 और 2 में कई कुख्यात आतंकी हाई सिक्यूरिटी सेल में बंद हैं. वहीं अंडरवर्ल्ड माफिया छोटा राजन की सुरक्षा में भी एहतियातन इजाफा किया गया है.
बताते चलें कि वर्ष 2015 में तिहाड़ जेल से दो कैदी फरार हो गए थे. हालांकि अब तिहाड जेल के प्रवक्ता मुकेश शर्मा ने बताया कि घरेलू हो या विदेशी सभी तरह के आतंकियों पर कड़ी नज़र रखी जा रही है. उन्होंने बताया की तिहाड़ जेल में गैंगवार के दौरान अक्सर ब्लेड का इस्तेमाल होता है. इसलिए ऐसी चीज़ों को लेकर सावधानी बरती जा रही है.
जेल प्रवक्ता के मुताबिक क़ैदी जिन चीज़ों से हथियार बना सकते हैं, उनमें स्टील की प्लेट, खिड़की का नुकीला हिस्सा, चम्मच, कांटे का चम्मच, शीशा, रेजर ब्लेड, बैड शीट और तौलिया आदि शामिल हैं. इसलिए इस तरह के सामान को लेकर चौकसी बरती जा रही है.
तिहाड जेल में फुल बॉडी स्कैनर लगने की वजह से अब मुलाकाती भी किसी कैदी को कोई ऐसा सामान नहीं दे सकते हैं, जिसे हथियार बनाया जा सके. जेल के बाहर भी सुरक्षा में बढ़ोत्तरी की गई है.