आंध्र प्रदेश की तीर्थनगरी तिरुपति में 27 फरवरी को छत्तीसगढ़ से आए एक परिवार के छह साल के मासूम बच्चे का अपहरण कर लिया गया. ये परिवार भगवान वेंकटेश्वर मंदिर में दर्शन करने के लिए आया था. घटना को उस समय अंजाम दिया गया, जब पूरा परिवार बस का इंतजार कर रहा था. बच्चे के गायब होते ही पूरे परिवार के होश उड़ गए. सूचना पर पुलिस पहुंच गई और छानबीन शुरू कर दी गई.
पुलिस ने बच्चे की तलाश के लिए चार स्पेशल टीमें बनाईं थी. आंध्र प्रदेश के अलावा पुलिस की टीमों ने तमिलनाडु और कर्नाटक में किडनैपर को ढूंढने के लिए छापेमारी की. पुलिस ने सुराग देने वाले को इनाम का भी ऐलान किया. वहीं बच्चा रविवार को विजयवाड़ा में कनकदुर्गा मंदिर की सीढ़ियों से मिला. पुलिस ने किडनैपर के बारे में जानकारी जुटाने के लिए कई रिटायर्ड पुलिसकर्मियों की भी मदद ली. उन्हीं में से एक की मदद से इस बच्चे के किडनैपर की पुलिस ने पहचान की.
किडनैपर कर्नाटक के कोलार जिले के मुलबगाल ताल्लुका के पुट्टेनहल्ली गांव का रहने वाला सिवप्पा बताया गया है. अभी सिवप्पा पुलिस के हाथ नहीं लग सका है. बच्चे के अपहरण के वक्त सिवप्पा का चेहरा सीसीटीवी कैमरा फुटेज में कैद हो गया था. पुलिस इसी फुटेज की मदद से उस तक पहुंचने की कोशिश कर रही है.
वहीं जब तक बच्चा मिल नहीं गया, तिरुपति पुलिस ने उसके माता-पिता का ख्याल रखा और उन्हें रहने की जगह और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराईं. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी उनसे लगातार संपर्क बनाए रहे और बच्चे को जल्दी सुरक्षित खोज निकालने का भरोसा देते रहे. वहीं बच्चे के मिलने के बाद परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. परिजन पुलिस का शुक्रिया करते नहीं थक रहे हैं.