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पुलिस ने थाने में पहले तीन तलाक दिलाया, फिर कराई शादी, एसपी ने दिए जांच के आदेश

सरकार ने तीन तलाक खत्म करा दिया, लेकिन इसके खत्म होने के कुछ ही दिनों के भीतर यही तीन तलाक एक प्रेमिका की अपनी प्रेमी के साथ शादी करवाने की वजह बन गई. दोनों की शादी तो हो गई, लेकिन मामले को निपटाने वाली पुलिस इस प्रकरण में बुरी तरह से फंसती नजर आ रही है.

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सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर

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मोदी सरकार ने तीन तलाक को इसलिए खत्म किया क्योंकि इससे मुस्लिम महिलाओं का उत्पीड़न होता है और पति तीन तलाक का बेजा इस्तेमाल करते हैं. लेकिन बिजनौर के एक थाने का ऐसा मामला सामने आया है, जहां एक बीवी को पहले तीन तलाक दिलाया गया, फिर थाने में शौहर की शादी उसकी प्रेमिका से करा दी गई. हालांकि पूरे प्रकरण की गवाह रही पुलिस इस भूमिका में फंसती नजर आ रही है.

प्रेमी की शादी के बाद प्रेमिका इस कदर पागल हुई कि उसने प्रेमी के घर जाकर हंगामा खड़ा कर दिया, हंगामा इतना बढ़ा कि मामला थाने पंहुच गया. लेकिन चौंकने की बात यह रही कि इस मामले में तीन तलाक का बेजा इस्तेमाल और थाना एक हथियार बना, जहां बैठकर पंचायत हुई. दुल्हन पक्ष को बुलाया गया और थाने के भीतर ही समझौता हुआ. फिर थाने के भीतर से ही फोन पर युवक से उसकी दुल्हन को तीन तलाक दिलवाया गया और फिर उसकी प्रेमिका संग उसका निकाह पढ़ाया गया.

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प्रेमिका का पागलपन और शादीशुदा शख्स के लिए उसकी दीवानगी देख दुल्हन पक्ष भी तलाक के लिए तैयार हो गया. मेहर की 35 हजार की रकम थाने में ही लड़की को दी गई और फिर थाने में ही निकाह करा दिया गया. दुल्हन के परिजन भी इसलिए भी तैयार हो गए क्योंकि लड़की की सिर्फ शादी हुई थी, उसकी विदाई की रस्म अभी बाकी थी.

यह पूरा मामला बिजनौर जिले के बरुकी गांव का है. जहां एक मुस्लिम लड़की अपने प्रेमी की शादी किसी दूसरी लड़की के साथ हो जाने के बाद उसके घर जा पंहुची. फिर उसने अपने प्रेमी से शादी करने की जिद पकड़ ली. घर में हंगामा बढ़ा तो मामला पुलिस थाने जा पहुंचा.

लड़की की जिद के आगे परिवार और पुलिसवालों को झुकना पड़ा. थाने के भीतर काजी बुलाए गए और थाने में ही मोबाइल फोन पर पहले प्रेमी से उसकी नई नवेली पत्नी को तीन तलाक दिलवाया गया और फिर वहीं प्रेमी के साथ उस लड़की का निकाह पढ़वाया गया. ऐसे में तीन तलाक उस लड़की के लिए प्रेम को पाने का एक जरिया बन गया.

हंगामे के बाद फोन पर तीन तलाक

थाना कोतवाली देहात क्षेत्र के गांव बरुकी का रहने वाला गुलफाम गांव की एक लड़की तरन्नुम से प्यार करता था. लड़के के घरवालों ने गुलफाम की शादी हल्दौर थाना क्षेत्र के रहने वाली लड़की सल्तनत से तय कर दी थी. फिर गुलफाम की शादी इसी साल 15 जुलाई को सल्तनत के साथ हो गई.

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हालांकि नई दुल्हन सल्तनत को विदा नहीं कराया गया था. ये बात पता चलते ही गुलफाम की प्रेमिका तरन्नुम सोमवार को अचानक उसके घर पहुंच गई और गुलफाम से निकाह करने की जिद पर अड़ गई. हंगामा होने लगा तो पुलिस मौके पर जा पहुंची. पुलिस प्रेमी और लड़की को थाने ले आई.

थाने के भीतर प्रेमिका के हंगामा करने और जहर खाने की बात कहने पर बवाल हो गया. फिर घरवाले भी वहां जा पहुंचे. गुलफाम ने फोन पर अपनी पत्नी को तीन तलाक बोलकर उससे तलाक दे दिया. सल्तनत के घर वाले थाने पहुंच चुके थे, लिहाजा दोनों पक्षों में बातचीत के बाद रकम मेहर दुल्हन के परिजनों को अदा कर दी गई. फिर पुलिस की मौजूदगी में प्रेमी और प्रेमिका का निकाह थाना परिसर काजी द्वारा कराया गया.

थाने में निकाह पर जांच के आदेश

थाने के भीतर निकाह कराने वाले काजी मोहम्मद साबिर ने कहा कि थाने के भीतर निकाह तो पढ़ा दिया गया, लेकिन थाने के भीतर निकाह जायज नहीं होता है, इसलिए दोबारा मदरसे में भी इस निकाह को पढ़ाया गया है.

तलाक का मामला थाने के भीतर संज्ञान में आने के बाद जिले के एसपी ने जांच के आदेश दे दिए हैं. निकाह कराए जाने के बाद उस लड़के को दोबारा थाने बुलाया गया. बाद में गुलफाम ने कहा कि तलाक थाने के बाहर हुआ है.

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इस मामले को लेकर थाना प्रभारी ने थाने के अंदर निकाह कराने की बात से इंकार कर दिया, लेकिन तस्वीरें और मौजूद लोग इस बात की तस्दीक कर रहे हैं कि थाने में तलाक और निकाह दोनों हुए हैं. फिलहाल, आला अधिकारी भी इस मामले पर बोलने से बच रहे हैं.

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