यूपी के संभल जिले में 30 वर्षीय महिला के साथ गैंगरेप के बाद उसे जिंदा जलाने की सनसनीखेज वारदात सामने आई है. इस मामले में पुलिस ने पांच लोगों के खिलाफ केस दर्ज करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. तीन आरोपी अब भी फरार हैं. उनकी तलाश में पुलिस टीम दबिश दे रही है. इस मामले की जांच जारी है.
पुलिस अधीक्षक आर एम भारद्वाज ने बताया कि इस वारदात के मुख्य आरोपी आराम सिंह और कुंवर पाल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. दोनों से पूछताछ की जा रही है. बाकी तीनों आरोपी अभी फरार हैं. उन्हें पकड़ने के लिए पुलिस की चार टीमें बनाकर दबिश दी जा रही है. यह वारदात राजपुरा थाना क्षेत्र के एक गांव में घटी है.
बरेली जोन के एडीजी प्रेम प्रकाश ने कहा कि पीड़िता द्वारा 100 नंबर पर शिकायत की बात कही जा रही है. इसलिए उसके नंबर की कॉल डिटेल निकलवाई जा रही है. अभी तक जो जांच हुई है, उसमें पीड़िता के नंबर से फोन करने की बात सामने नहीं आई है. वारदात की शिकार महिला के ममेरे भाई ने कहा कि उसकी बहन का फोन आया था.
उसने कहा कि महिला ने पुलिस की डायल 100 सेवा पर फोन भी किया, लेकिन किसी ने नहीं उठाया. गुन्नौर के पुलिस क्षेत्राधिकारी अकील अहमद के अनुसार रजपुरा थाना क्षेत्र के एक ग्रामीण ने तहरीर देकर आरोप लगाया है कि शनिवार तड़के आराम सिंह समेत पांच लोगों ने उसके घर में घुसकर तमंचे से आतंकित करके उसकी पत्नी से गैंगरेप किया.
इस शिकायत के अनुसार कुछ देर बाद अभियुक्त फिर उसके घर आ गए. वहां पास में बने मंदिर परिसर स्थित झोपड़ी में ले जाकर महिला को जला दिया, जिसमें झुलसने से उसकी मौत हो गयी. रजपुरा के थानाध्यक्ष अरुण कुमार ने बताया कि जिस झोपड़ी में महिला की मौत हुई है, उसे यज्ञ और हवन के लिये इस्तेमाल किया जाता था.
पुलिस अधीक्षक भारद्वाज ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में महिला के साथ गैंगरेप की पुष्टि नहीं हुई है. अब मुरादाबाद की विधि विज्ञान प्रयोगशाला को जांच के लिए नमूने भेजे जाएंगे. इस मामले में आराम सिंह, महावीर, चरणसिंह, गुल्लू और भोना उर्फ कुंवरपाल नामक आरोपियों के खिलाफ रेप और हत्या के आरोप में केस दर्ज कर लिया गया है.
उन्होंने बताया कि पीड़िता के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. उसकी रिपोर्ट अभी नहीं आई है. उन्होंने बताया कि इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में दरोगा धीरेन्द्र सिंह, सिपाहियों हेमपाल और बसन्त कुमार को थाने से हटाकर लाइन हाजिर कर दिया गया है. इस मामले की जांच के लिए पुलिस टीम बनाई गई है.