गुजरात में दलित लड़के की पिटाई के एक मामले में दो युवकों को गिरफ्तार किया गया है. दोनों युवकों पर आरोप है कि इन्होंने बीते दिनों गांव के एक दलित लड़के के साथ जमकर मारपीट की थी. पुलिस ने दोनों युवकों को गिरफ्तार कर मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है.
जानकारी के मुताबिक, अहमदाबाद जिले के भावड़ा गांव में कथित तौर पर एक 15 वर्षीय दलित लड़के को केवल इसलिए पीटा गया, क्योंकि उसके पिता ने गांव में मवेशियों के शव उठाने से मना कर दिया था. पीड़ित लड़के का नाम हर्ष है और वह 10वीं कक्षा का छात्र है. घटना वाले दिन हर्ष अपने दोस्तों के साथ मौजूद था. उसी दौरान आरोपी साहिल ठक्कर और सरवर खान पठान वहां आए.
दोनों ने हर्ष के साथ गाली-गलौच शुरू कर दी, क्योंकि उसके पिता ने मवेशियों का शव हटाने से मना कर दिया था. यह मामला उना की घटना से भी जुड़ा हुआ है. दरअसल दलित संगठनों ने उना में चार युवकों की पिटाई के विरोध में पशुओं के शव न उठाने का फैसला किया है. उना की घटना के बाद गुजरात के कई गांवों में दलितों ने मवेशियों के शव उठाना बंद कर दिया है.
हर्ष के पिता दिनेश परमार ने कहा, "मवेशियों के शव हटाना हमारा पारंपरिक काम था, लेकिन उना की घटना के बाद हमनें संकल्प लिया कि हम रोजाना मजदूरी करके कमाने में सक्षम हैं।" दिनेश परमार ने बताया कि उनका बेटा घटना के बाद से सदमे में था और वह गांव में रहने को तैयार नहीं था, इसलिए उन्होंने उसे अपनी बहन के घर भेज दिया है.
मामले की जांच कर रहे पीएसओ गोविंदभाई परमार ने कहा कि दोनों आरोपियों ने हर्ष और उसके दोस्तों के साथ गाली-गलौच करते हुए मारपीट की. मारपीट में जख्मी हर्ष को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया था. फिलहाल दोनों आरोपी युवकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है और मामले की तफ्तीश जारी है.