पश्चिम बंगाल में बच्चों की तस्करी करने वाले अंतरराष्ट्रीय रैकेट का खुलासा होने के बाद सीआईडी ने दो और डॉक्टरों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस के मुताबिक ये दोनों डॉक्टर भी इस रैकेट में सक्रिय थे.
एक वरिष्ठ सीआईडी अधिकारी ने बताया कि सीआईडी की टीम ने रैकेट में शामिल होने के आरोप में डॉक्टर दिलीप घोष और नित्यानंद बिस्वास को गिरफ्तार किया गया है. ये दोनों ही पहले सरकारी आर.जी. कार चिकित्सकीय कॉलेज एवं अस्पताल में काम कर चुके हैं.
आरोपी डॉक्टर दिलीप घोष इस समय शहर की कॉलेज स्ट्रीट पर स्थित श्री कृष्णा नर्सिंग होम से जुड़ा हुआ है. सीआईडी के मुताबिक डॉक्टर घोष और डॉक्टर बिस्वास ने बच्चों की तस्करी के रैकेट में अहम भूमिका निभाई. सीआईडी का कहना है कि ये दोनों लंबे समय से इस काम में शामिल रहे हैं.
शहर के साल्ट लेक में रहने वाले डॉक्टर घोष से सीआईडी ने मंगलवार को भिवानी भवन स्थित मुख्यालय में एक घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की थी. पूछताछ के दौरान पता चला कि डॉक्टर संतोष कुमार सामंता को जानता था. सामंता भी इसी नर्सिंग होम से जुड़ा था. उसे भी रैकेट में शामिल होने के चलते गिरफ्तार किया गया है.
सीआईडी ने बताया कि यह डॉक्टर भाजपा का सक्रिय सदस्य था. मगलवार को उसे पूछताछ के दौरान उसका पासपोर्ट सौंपने के लिए भी कहा गया था. एक अधिकारी ने बताया कि बेहाला के पर्णाश्री इलाके में रहने वाले डॉक्टर बिस्वास को उसके घर से गिरफ्तार किया गया था.
गौरतलब है कि सीआईडी ने उत्तर 24 परगना के बादुरिया में इस रैकेट का पर्दाफाश किया था. इसके बाद पिछले 10 दिन में कुल मिलाकर 20 लोगों को अभी तक इस मामले में गिरफ्तार किया गया है. सभी आरोपियों से पूछताछ की जा रही है.