राजधानी दिल्ली में पुलिस ने मुठभेड़ में मेवाती गैंग के दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है. इस गैंग ने पिछले साल भुज के एक व्यापारी को सस्ती कार दिलाने का झांसा देकर उसका अपहरण कर लिया था. पुलिस ने दोनों बदमाशों की गिरफ्तारी पर 50 हजार रूपये का इनाम रखा हुआ था.
दिल्ली पुलिस को काफी समय से मेवाती गैंग के इन बदमाशों की तलाश थी. दरअसल बीती 23 अगस्त को पुलिस को इस गैंग के बदमाशों के दिल्ली में होने की जानकारी मिली. डीसीपी भीष्म सिंह फौरन बदमाशों को पकड़ने के लिए निकले. भाटी माइंस के पास पुलिस ने दो बाइक सवारों को घेर लिया. खुद को घिरता देख बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी.
पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में फायरिंग की और दोनों बदमाशों को धर दबोचा. पुलिस ने बदमाशों के पास से दो पिस्तौल और पांच कारतूस बरामद किए है. पुलिस ने दोनों ही बदमाशों पर 50 हजार रूपये का इनाम रखा था. फिलहाल पुलिस दोनों बदमाशों से पूछताछ कर रही है. पुलिस जल्द ही इस गैंग के अन्य सदस्यों को सलाखों के पीछे पहुंचाने का दावा कर रही है.
गैंग ने किया था भुज के व्यापारी को किडनैप
जॉइंट सीपी रवींद्र यादव ने बताया कि मेवाती गैंग ने पिछले साल भुज के व्यापारी वलजी भाई को किडनैप कर लिया था. आरोपियों ने वलजी भाई के परिवार से पांच लाख रूपये की फिरौती मांगी थी. दरअसल आरोपियों ने वलजी भाई को फोन करके बहुत कम कीमत में कार दिलवाने का झांसा दिया. जिसके बाद वलजी भाई कार खरीदने के लिए भुज से दिल्ली पहुंच गए.
रेलवे स्टेशन पहुंचे थे बदमाश
आरोपी वलजी भाई को लेने के लिए बकायदा रेलवे स्टेशन पहुंचे. जिसके बाद वो उन्हें पलवल ले गए. पलवल में वलजी भाई को शक हुआ तो उन्होंने आगे जाने से इंकार कर दिया. आरोपी जबरन वलजी भाई को अपने साथ ले गए और उन्हें बंधक बना लिया. आरोपियों ने वलजी भाई के घरवालों को फोन कर पांच लाख रूपये की फिरौती की मांग की.
भनक लगते ही छोड़ भागे व्यापारी को
जॉइंट सीपी रवींद्र यादव ने कहा कि वलजी भाई के परिजनों ने पुलिस को इसकी सूचना दी. इस बीच आरोपियों को भनक लगी कि पुलिस उनकी तलाश कर रही है. जिसके बाद आरोपी वलजी भाई को एक सुनसान जगह पर छोड़ फरार हो गए. कैद से आजाद होते ही वलजी भाई ने पुलिस को पूरा घटनाक्रम बताया. जिसके बाद से पुलिस इस गैंग की तलाश में लगातार दबिश दे रही थी.