आईएसआईएस में शामिल होने के लिए सीरिया जाने की फिराक में दो भारतीय नागरिकों को भारत वापस भेजे जाने का मामला सामने आया है. दोनों युवकों को कथित तौर पर तुर्की के बॉर्डर से पकड़ा गया था. आरोपी युवक हैदराबाद और वारंगल के रहने वाले हैं. फिलहाल दोनों आरोपी युवकों पर तेलंगाना पुलिस की कड़ी नजर है.
दोनों युवकों की पहचान हमीद-उर-रहमान और गुफरान मोइनुद्दीन के तौर पर हुई है. दोनों ही युवक साल 2012 में इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद विदेश में नौकरी कर रहे थे. हमीद जहां यूएस में नौकरी कर रहा था, वहीं गुफरान नौकरी करने के लिए संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) चला गया था.
सीरिया में मुखर तौर पर आईएसआईएस की घुसपैठ के बाद दोनों ही युवक आईएस से प्रभावित हो गए थे. सूत्रों की माने तो दोनों ही युवक ऑनलाइन आईएस से जुड़े हुए थे. जिसके बाद दोनों ही युवकों ने आईएस में शामिल होने के लिए सीरिया जाने का फैसला किया और फिर वह दोनों तुर्की पहुंच गए.
आरोप है कि टर्किश अथॉरिटी ने दोनों युवकों को उस वक्त गिरफ्तार किया, जब दोनों अवैध रुप से बॉर्डर पार कर सीरिया जाने की फिराक में थे. इस मामले में दोनों युवकों को चार महीने की सजा सुनाई गई थी. सजा पूरी हो जाने के बाद टर्किश अथॉरिटी ने अक्टूबर में दोनों युवकों को भारत वापस भेज दिया था.
भारत लौटते ही तेलंगाना पुलिस दोनों युवको पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं. गौरतलब है कि 2015-16 में तेलंगाना पुलिस ने दर्जनों युवाओं को आईएस के चंगुल से आजाद करवाया है. यह वो युवक थे जो आईएस से प्रभावित होकर सीरिया जाने की कोशिश में पकड़े गए थे. फिलहाल तेलंगाना पुलिस ऐसे सभी युवकों पर लगातार नजर बनाए हुए हैं.