तमिलनाडु के शिवकासी में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. जहां घर में सो रहीं दो नाबालिग लड़कियां आग में जिंदा जल गईं. यह दर्दनाक हादसा पटाखों की बत्तियों के ढेर में आग लग जाने से हुआ.
दरअसल, शिवकासी में बड़े पैमाने पर पटाखे बनाने के कारखाने हैं. पटाखों में इस्तेमाल होने वाली सल्फर मिश्रित बत्तियां भी यहां पर लगाई जाती हैं. इसी से पटाखों को चलाने के लिए आग लगाई जाती है.
दुरईसामीपुरम में एक परिवार पटाखा बनाने का काम करता है. उनके मकान में सैंकड़ों की संख्या में पटाखों की बत्तिया रखी हुई थी. अचानक घर में आग लग गई. इस दौरान वहां सो रही दो नाबालिग लड़कियां आग में जिंदा जल गईं जिससे उनकी मौत हो गई.
पुलिस ने प्रारम्भिक जांच पड़ताल के बाद बताया कि पटाखों की बत्तियां उनके घर में अवैध रूप से रखी गई थीं. पुलिस के अनुसार इलेक्ट्रिकल शार्ट सर्किट से जब घर में आग लगी, तो चार और आठ वर्षीय लड़कियां सो रही थीं.
आग में झुलसी इन लड़कियों को अस्पताल ले जाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हे मृत घोषित कर दिया. पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है. अवैध बत्तियों को लाए जाने के संबंध में भी कार्रवाई की जा रही है.