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उन्नाव मामला: डीएनए मिलान के लिए आरोपियों के लिए गए ब्लड सैंपल

उन्नाव के पुलिस अधीक्षक (एसपी) विक्रांत वीर ने कहा कि हमने दुष्कर्म पीड़िता के सामान जैसे उसके कपड़े, सेल फोन, बैग और बोतल को संरक्षित किया है. हम आरोपियों के डीएनए नमूनों का मिलान करेंगे.

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प्रतीकात्मक तस्वीर
प्रतीकात्मक तस्वीर

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  • पांचों युवकों का एक साथ घटनास्थल पर होना संयोग नहीं: पुलिस
  • पीड़िता के डीएनए के साथ आरोपियों के ब्लड सैंपल का होगा मिलान

उत्तर प्रदेश पुलिस ने पांच दिसंबर को एक 23 वर्षीय युवती के साथ दुष्कर्म और उसके बाद उसे जलाने के मामले में डीएनए मिलान के लिए पांचों आरोपियों के रक्त के नमूने लिए हैं. युवती की पांच दिसंबर को जलाए जाने के अगले दिन मौत हो गई थी. नमूने मंगलवार को लिए गए और पीड़िता के डीएनए के साथ इनका मिलान किया जाएगा.

डीएनए नमूनों का मिलान

समाचार एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक एक स्थानीय अदालत ने सोमवार को पांचों आरोपियों -शुभम, शिवम, हरि शंकर, उमेश और राम किशोर- के रक्त और डीएनए नमूने लेने के लिए पुलिस को अनुमति दी थी.

उन्नाव के पुलिस अधीक्षक (एसपी) विक्रांत वीर ने कहा, 'हमने दुष्कर्म पीड़िता के सामान जैसे उसके कपड़े, सेल फोन, बैग और बोतल को संरक्षित किया है. हम आरोपियों के डीएनए नमूनों का मिलान करेंगे.'

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उन्होंने कहा, 'हम चार्जशीट दाखिल करने से पहले पूरे मामले को वैज्ञानिक सबूतों पर आधारित करेंगे. हमने अब तक इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य एकत्र किए हैं, जैसे आरोपियों के मोबाइल फोन के लोकेशन. यह महज संयोग नहीं हो सकता है कि सभी पांच युवक उसी स्थान के पास मौजूद थे, जहां युवती को जलाया गया.'

आरोपियों के हुए बयान दर्ज

एसपी ने आगे कहा कि सभी आरोपियों के बयान दर्ज किए गए हैं और उनमें विरोधाभास पाए गए हैं. एडिशनल एसपी विनोद कुमार पांडेय के नेतृत्व में गठित एसआईटी मामले की जांच कर रही है.

बता दें उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता को आरोपियों ने तब आग के हवाले कर दिया था, जब वह अदालत में सुनवाई के लिए रायबरेली जा रही थी.

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