उन्नाव गैंगरेप केस में आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और उसकी सहयोगी शशि सिंह की आज रिमांड अवधि खत्म होने के बाद CBI ने दोनों को कोर्ट के सामने पेश किया, जहां से उन्हें उन्नाव जिला जेल भेज दिया गया. आरोपी विधायक और शशि सिंह को लेकर सीबीआई के 8 अधिकारी उन्नाव जिला जेल पहुंचे और उन्हें जेल में दाखिल कराया.
पीड़िता के पिता की पीट-पीटकर हत्या किए जाने के मामले में कुलदीप सेंगर के भाई अतुल सेंगर समेत 5 आरोपी पहले से ही जेल में हैं. इस बीच पीड़िता के चाचा ने सीबीआई को पीड़िता के पिता की पिटाई में इस्तेमाल हथियार बरामद कराए हैं. इसके अलावा अतुल की गाड़ी और राइफल पहले से ही CBI के कब्जे में है.
पीड़िता के चाचा का दावा है कि इन्हीं हथियारों से आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के भाई अतुल सिंह सेंगर ने पीड़िता के पिता की पिटाई की थी. गौरतलब है कि पिटाई के चलते आए गंभीर चोटों की वजह से पीड़िता के पिता की पुलिस हिरासत में मौत हो गई.
पुलिस ने बताया कि सभी आरोपियों को उन्नाव जेल में अलग-अलग बैरक में रखा गया है. जेल प्रशासन ने इन आरोपियों की सुरक्षा के लिए अलग से इंतजाम किए हैं. साथ ही उनसे मिलने वालों को आईडी देखकर ही एंट्री दी जाएगी. पूरी बैरक और आस-पास के इलाके को सीसीटीवी की निगरानी में रखा गया है.
CBI ने दो दिन पहले ही सह आरोपी शशि सिंह को उन्नाव के POCSO कोर्ट के सामने पेश किया था. वह आरोपी बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के प्रमुख सहयोगियों में शामिल है. सीबीआई ने 14 अप्रैल को शशि सिंह को गिरफ्तार किया था. उस पर आरोप है कि घटना वाले दिन उसने ही पीड़िता को आरोपी विधायक के यहां पहुंचाया था. बता दें कि शशि सिंह के बेटे शुभम सिंह को भी इस मामले में अभियुक्त बनाया गया है.
विधायक पर गैंगरेप-हत्या का आरोप
गैंगरेप पीड़िता का आरोप है कि उसके साथ 4 जून 2017 को बीजेपी विधायक कुलदीप सेंगर और उनके साथियों ने गैंगरेप था. उसने बीजेपी विधायक से रेप का विरोध किया, तो उसने परिवार वालों को मारने की धमकी दी. जब वो थाने में गई तो एफआईआर नहीं लिखी गई. इसके बाद तहरीर बदल दी गई. वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने लखनऊ गई.
पिता को बर्बरता से पीटने का आरोप
पीड़िता ने कहा, 'मुख्यमंत्री से आरोपी विधायक की शिकायत की थी. उन्होंने इंसाफ का भरोसा दिलाया था, लेकिन एक साल हो गया. अब तक कुछ नहीं हुआ. दिल्ली से उसके पिता गांव आए, तो विधायक के लोगों ने उनको बहुत मारा. उनको घसीटकर ले गए . पीटने के बाद उन्हें अपने घर के बाहर फेंक दिया. इसके बाद उन्हें जेल में बंद कर दिया गया, जहां उनकी मौत हो गई है.'
पेट दर्द के साथ खून की उल्टियां
पीड़िता के पिता को पुलिस हिरासत में पेट दर्द के साथ खून की उल्टियां हुई थीं. इस पर उसे तुरंत जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया था. इलाज के दौरान अगले दिन ही उसकी मौत हो गई. मृतक की उम्र करीब 50 वर्ष थी. मृतक के परिजन ने बीजेपी विधायक पर जेल में हत्या कराने का आरोप लगाया है.