यूपी एटीएस के अधिकारी राजेश साहनी की मौत के चौबीस घंटे के भीतर ही मौत पर गंभीर सवाल उठने शुरू हो गए हैं. लोगों के मन मे उठ रहे सवालों की झलक साहनी के अंतिम संस्कार में आए लोगों के चेहरे पर साफ नजर आया. सबके जहन मे एक ही सवाल कि बेहद शांत और सुलझे दिल वाले राजेश साहनी आखिर आत्महत्या क्यों की? आखिर ऐसा क्या हुआ की राजेश साहनी ने एकाएक अपनी सर्विस रिवॉल्वर मंगा कर खुद को अपने दफ्तर के भीतर ही गोली मार ली.
लोगों के मन में उठ रहे हैं ये सवाल
- सबसे बड़ा सवाल ये कि आखिर छुट्टी पर होने के बावजूद राजेश साहनी अपने दफ्तर क्यों आये थे?
- घर से शांत तरीके से आए राजेश साहनी के साथ अचानक आखिर ऐसा क्या हुआ कि उन्होंने अपने ड्राईवर से सर्विस रिवॉल्वर मंगा कर गोली मार ली?
- उनके जानने वाले बताते हैं कि वो बेहद सुलझे हुए इंसान थे. आखिर क्या हुआ कि उन्हें आत्महत्या करनी पड़ी?
- क्या उन्हें कोई ऑफिशियल प्रॉब्लम थी? या फिर घरेलू उलझन से जूझ रहे थे?
- उन्होंने मरने से पहले किस से आखिरी बार बात की थी?
- आखिरकार एटीएस के दफ्तर मे बगल के कमरे में राजेश साहनी के गोली मारने के बावजूद किसी को उसकी आवाज सुनाई क्यों नही दी?
- जिस कमरे मे राजेश ने गोली मारी उस कमरे मे दो दरवाजे हैं. सामने का दरवाजा अंदर से बंद था, लेकिन पीछे के दरवाजे पर बाहर सें कुंडी लगी हुई थी, जो कि आसानी से खुल गई. आखिर ऐसा कैसे?
- राजेश साहनी के गोली मारने को बारे मे पता चलते ही एटीएस के साथी उन्हें फौरन अस्पताल लेकर क्यों नहीं गए?
- गोली लगने के बाद जांच के लिये प्राइवेट अस्पताल से डॉक्टर क्यों बुलाया गया, जबकि लोहिया अस्पताल पास में ही है?
- राजेश साहनी की डेडबॉडी चार घंटे एटीएस के दफ्तर में ही क्यों पड़ी रही?
- जिस ड्राईवर ने साहनी को रिवॉल्वर लाकर दी, उसे आखिर अधिकारी सामने आने से क्यों रोक रहे हैं?
- आखिरकार इतने सुलझे हुए व्यक्ति ने खुदकुशी से पहले कोई सुसाइट नोट क्यों नहीं छोड़ा?
जानकारी के मुताबिक, राजेश साहनी की बेटी का हाल ही में मुंबई के मशूहर टाटा इंस्टीट्यूट मे एडमीशन हुआ था. इसको लेकर वो बेहद खुश थे. इसके लिए 31 मई को मुंबई जाने वाले थे. इस मामले में शक की सुई राजेश के उन केसेज की तरफ भी उठती है, जिनकी जांच इन दिनों चल रही थी. यूपी एटीएस ने अभी चंद दिनों पहले उत्तराखंड के पिथौरागढ से रमेश नामक एक अपराधी को पकड़ा था, जिसपर आरोप था कि वो पाकिस्तान के लिए जासूसी करता है.
बताते हैं कि आरोपी ने कोर्ट मे बयान देकर एटीएस पर फर्जी फंसाने के आरोप लगाये थे. इसकी वजह से राजेश साहनी तनाव मे थे. सूत्र ये भी कहते हैं कि राजेश के मोबाइल पर उनकी पत्नी और बेटी के भी एसएमएस मिले हैं. इनसे पता चलता है कि राजेश साहनी की परिवार में किसी बात को लेकर गंभीर बहस हुई थी. तो क्या कोई परिवार का विवाद राजेश साहनी की जान का दुश्मन बन बैठा? ऐसे दर्जनों सवाल हैं, जिनके जवाब अभी तक किसी भी अधिकारी ने नहीं दिए हैं.