यह सूचना पुलिस के आला अधिकारियों को जैसे ही हुई तो उन्होंने मौके पर भारी संख्या में फोर्स को भेजा और अपने दारोगा को छुड़वाया. इस घटना के बाद पुलिस से बचने के लिए कई लोग गांव छोड़कर फरार हो गए. वहीं सरकारी काम में बाधा पहुंचाने के आरोप में पुलिस ने कई लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है.
जमीन के विवाद में एक पक्ष की दो लड़कियों ने भी चौकी के दारोगा दीपक सिंह पर बदतमीजी करने का आरोप लगाया है. मीडिया से बात करते हुए दोनों लड़कियों ने बताया कि जब पैमाइश का वीडियो उनके भाई ने बनाना शुरू किया तो दारोगा ने उन्हें ऐसा करने से रोका, न मानने पर मोबाइल छीन लिया.
भाई ने जब घर आकर यह घटना परिवार में बताई तो सभी गुस्से में मौके पर पहुंचे और दारोगा को पकड़कर अपने घर लेकर आ गए. काफी देर तक दारोगा बंधक बने रहे और छूटने के बाद दबंगई करना शुरू कर दिया.
महबूबा की खातिर दोस्ती कुर्बान, गला दबाकर की थी दोस्त की हत्या
आरोप है कि परिवार की लड़कियों और महिलाओं और बच्चों के साथ दारोगा ने जमकर बदसलूकी और मारपीट की. किसी तरीके से वे भागकर एसपी ऑफिस पहुंचे और उच्चाधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई है.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल यह मामला कोतवाली थाना क्षेत्र के पोखर भिटवा गांव में घटी, जहां दो पक्षों के जमीनी विवाद को एसडीएम के आदेश के बाद निपटाने के लिए मौके पर महिला लेखपाल सहित स्थानीय चौकी की फोर्स भी पहुंची थी.
जब विवाद को निपटाते हुए रास्ते से अतिक्रमण को हटाने का काम शुरू हुआ तो एक पक्ष के लोगों ने मोबाइल से वीडियो बनाना शुरू कर दिया, जिसका दारोगा दीपक सिंह ने विरोध किया. न मानने पर मोबाइल छीन लिया. जिसके बाद दारोगा को महिलाओं ने पकड़ लिया और लेकर अपने घर गए, फिर कुछ देर बाद मौके पर फोर्स पहुंची और दारोगा को लड़कियों के चंगुल से छुड़ाया.
महिला वकील के साथ घर में बैठे दिखे तो डॉक्टर पति को चप्पलों से पीटा
पुलिस ने दर्ज किया केस
पुलिस अधीक्षक हेमराज मीणा ने बताया कि थाना कोतवाली क्षेत्र में एक पोखर बिटवा गांव है वहां की लेखपाल काम से गई थीं. वहा कुछ महिलाओं ने काम नहीं होने दिया. चौकी इंचार्ज के साथ बदसलूकी की गई. पुलिस ने 4 लोगों को गिरफ्तार किया है जिनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं. महिला लेखपाल और पुलिस टीम से हाथापाई करने के आरोप में उनके ऊपर केस दर्ज कर लिया गया है.
(बस्ती से मजहर आजाद की रिपोर्ट)