अंडरवर्ल्ड और अपराधियों के एनकाउंटर पर बनी फिल्म 'अब तक छप्पन' की तर्ज पर पिछले 9 महीनों में यूपी की योगी सरकार अब तक 41 का आंकड़ा पूरा कर चुकी है. जल्द ही 'अब तक छप्पन' जैसा आंकड़ा भी दिखाई देगा. 41 का आंकड़ा उन बदमाशों का है, जो पुलिस एनकाउंटर में मारे गए. उनकी मौत का आंकड़ा योगी सरकार के कामकाज का रिपोर्ट कार्ड भी है.
पिछले 6 महीने से अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे एनकाउंटर अभियान का नतीजा यह हुआ कि आज उत्तर प्रदेश के इन्वेस्टर्स समिट के दौरान यूपी पुलिस का यह आंकडा सबसे बड़ा शोकेस बनकर उभरा. करीब तीन हजार से ज्यादा एनकाउंटर और उसमें अब तक मारे गए 41 बदमाशों की मौत से योगी सरकार ने यह संदेश दिया कि उत्तर प्रदेश में अब अपराधियों की खैर नहीं है. कानून व्यवस्था अब पूरी तरह से पुलिस के कंट्रोल में है.
इस आयोजन से ठीक एक दिन पहले नोएडा में एक और एनकाउंटर में 50 हजार का इनामी बदमाश मारा गया और यह आंकड़ा अब बढ़कर 41 तक जा पहुंचा. ये सारी मौत और मुठभेड़ भले ही मानवाधिकार आयोग और प्रदेश की लिबरल सोसाइटी को खटक रहे हों लेकिन योगी सरकार इसे अपनी उपलब्धि मान रही और खुद कानून व्यवस्था को लेकर अपनी पीठ थपथपा रही है.
यूपी अब इनामी अपराधी तख्तियां लेकर अपराध न करने की कसम खाते हुए थाने पहुंच रहे हैं तो कुछ हथियारों के साथ पुलिस के सामने इसलिए आत्मसमर्पण कर रहे हैं कि कहीं उनका एनकाउंटर ना हो जाए. कैराना और शामली के कई इनामी अपराधी ऐसी तख्तियां लेकर सार्वजनिक रूप से पुलिस के सामने हाजिर भी हो चुके हैं.
यूपी में एनकाउंटर के आंकड़े
उत्तर प्रदेश के सभी ज़ोन में अब तक 1240 एनकाउंटर हो चुके हैं. जिसमें 2956 अपराधी गिरफ्तार किए गए. इस दौरान अब तक 305 अपराधी पुलिस की गोलियों से घायल हुए और 41 अपराधी मारे गए. चौंकाने वाली बात यह है कि पिछले 6 महीने में एनकाउंटर के दौरान 4 पुलिसकर्मी शहीद हो चुके हैं जबकि 268 पुलिसवाले घायल भी हुए हैं. अब तक 1914 फरार इनामी अपराधी या तो पकड़े गए हैं या उन्होंने आत्मसमर्पण किया है. वहीं 172 ऐसे इनामी अपराधी हैं, जिन पर सरकार ने रासुका लगाई है.
यूपी की योगी सरकार इन आंकड़ों को अपने एक साल की उपलब्धि के तौर पर पेश कर रही है. अपराधियों में खौफ का वातावरण देखा जा रहा है. एक बात ध्यान देने की है कि इतने एनकाउंटर होने के बाद भी योगी सरकार कहीं बैकफुट पर नहीं है. कई पुलिस मुठभेड़ों पर सवाल उठने के बावजूद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद पुलिस के समर्थन में खड़े नजर आ रहे हैं.