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यूपी फर्जी शिक्षक केसः इस बार दीप्ति सिंह का नाम, जांच समिति के सामने होगी पेशी

दीप्ति सिंह की ज्वानिंग के बाद मैनपुरी के बेवर थाना क्षेत्र में अनुदेशक के पद पर तैनात एक दूसरी दीप्ति सिंह ने बीएसए को शिकायत की थी कि कस्तूरबा बालिका विद्यालय करहल में जिन दीप्ति की तैनाती हुई है उनके अभिलेख फर्जी हैं. हालांकि यह शिकायत बाद में वापस ले ली गई.

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सांकेतिक तस्वीर (पीटीआई)
सांकेतिक तस्वीर (पीटीआई)

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  • दीप्ति सिंह के इस्तीफे के बाद अलर्ट हुआ विभाग
  • मामले की जांच के लिए 2 सदस्यीय समिति गठित
उत्तर प्रदेश में फर्जी शिक्षकों के मामले में रोज नए-नए प्रकरण सामने आते जा रहे हैं. अब मैनपुरी में अनामिका शुक्ला जैसा ही एक मामला प्रकाश में आया है दीप्ति सिंह का. मामले की जांच तब शुरू हुई जब मैनपुरी में एक दीप्ति सिंह ने अचानक अपना इस्तीफा भेज दिया.

इस नए मामले के खुलासे के साथ ही उत्तर प्रदेश की राजनीति में भी उबाल आ गया और यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार की शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी एक ट्वीट कर डाला.

प्रियंका गांधी वाड्रा ने उठाए सवाल

प्रियंका गांधी वाड्रा ने 13 जून को अपने एक ट्वीट में कहा कि यूपी सरकार की शिक्षा व्यवस्था के तंत्र से भ्रष्टाचार के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. अनामिका के नाम पर 25 फर्जी नियुक्तियों, परिषदीय विद्यालयों की फर्जी नियुक्तियों के बाद अब मैनपुरी में कस्तूरबा गांधी विद्यालय में फर्जी नियुक्ति का मामला सामने आया है.

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उन्होंने सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि ये सब भर्तियां हुईं किसके कार्यकाल में हुईं और अभी तक चलती कैसे रहीं?

यह नया मामला मैनपुरी के करहल स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय का है. जहां दीप्ति सिंह के नाम से एक पूर्णकालिक शिक्षिका की तैनाती हुई थी.

पहले की शिकायत, फिर वापस ली

दीप्ति की ज्वानिंग के बाद मैनपुरी के बेवर थाना क्षेत्र में अनुदेशक के पद पर तैनात दीप्ति सिंह ने बीएसए को शिकायत की थी कि कस्तूरबा बालिका विद्यालय करहल में जिन दीप्ति तैनाती हुई है उनके अभिलेख फर्जी हैं. हालांकि यह शिकायत बाद में वापस ले ली गई.

अब अनामिका शुक्ला का नाम जब सुर्खियों में आया और कासगंज की एक शिक्षिका को जेल भेज दिया गया तो करहल स्थित कस्तूरबा में तैनात दीप्ति सिंह ने भी अपना इस्तीफा भेजा दिया.

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दीप्ति सिंहा का इस्तीफा आते ही शिक्षा विभाग हरकत में आ गया और बीएसए ने मामले की जांच के लिए 2 सदस्यों की कमेटी का गठन कर जांच के आदेश दे दिए. मैनपुरी के बीएसए विजय प्रताप सिंह ने बताया कि जिसने शिकायत की है वो दीप्ति सिंह है और जिसके खिलाफ शिकायत हुई वो भी दीप्ति सिंह ही है. दोनों अलग-अलग जगह कार्यरत हैं.

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उन्होंने कहा कि हमने दोनों शिक्षकों को ही नोटिस देकर कहा है कि अपने-अपने प्रमाण पत्र लेकर 16 जून को समिति के सामने प्रस्तुत हों. उसी वक्त सारी स्थिति साफ हो जाएगी. जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.

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