उत्तर प्रदेश में सत्ता संभालने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भले जोर-शोर से लड़कियों और महिलाओं की सुरक्षा का दावा करते रहे हैं और इसके लिए उन्होंने एंटी रोमियो स्क्वॉड भी शुरू किया, लेकिन ऐसा लग नहीं रहा कि यूपी में लड़कियां अभी भी सुरक्षित हो पाई हैं. मेरठ से आई ताजा वारदात इसी कहानी को बयां करती हैं, जहां एक नाबालिग लड़की ने शोहदों की छेड़खानी से तंग आकर खुद को आग के हवाले कर दिया.
गंभीर रूप से जख्मी पीड़िता ने इलाज के दौरान अस्पताल में आखिरकार पांच दिन जिंदगी से जंग लड़ने के बाद दम तोड़ दिया. इस बीच शुक्रवार को पीड़िता को परेशान करने वाले तीन शोहदों को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों की पहचान रवि, शोभित और अंकित के रूप में की है. हालांकि पीड़िता के परिजनों का कहना है कि एक आरोपी अभी भी फरार है.
मामला थाना भावनपुर इलाके पचपेड़ा पुट्ठी गांव का है. पीड़ित छात्रा गांव के ही एक इंटर कॉलेज में आठवीं की छात्रा थी. जानकारी के मुताबिक, पीड़िता के साथ गांव के ही चार शोहदे छेड़छाड़ किया करते थे, जिससे तंग आकर लड़की ने 6 जनवरी को आत्मदाह कर लिया. पीड़िता को 80 प्रतिशत झुलसी हालत में मेरठ मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया था.
पीड़िता के माता-पिता ने बताया कि गांव के ही चार युवक उनकी बेटी को काफी समय से परेशान कर रहे थे. उनकी बेटी ने उन्हें इस बारे में बताया भी था. लेकिन माता-पिता अपनी बेटी के लिए कुछ कर पाते उससे पहले ही उनकी बेटी ने तंग आकर यह खतरनाक कदम उठा लिया.
पीड़िता के माता पिता ने बताया कि छह जनवरी को उनकी बेटी ट्यूशन के लिए गई हुई थी. ट्यूशन से घर लौटकर उनकी बेटी कमरे में कई और केरोसीन की बोतल अपने ऊपर उड़ेलकर आग लगा ली. पीड़िता की मां ने बताया कि शोहदे उनकी बेटी से इतनी गंदी हरकतें करते थे कि बेटी घर आकर पूरी बात भी नहीं बता पाती थी.
घटना से इलाके में हड़कंप मच गया. पुलिस ने पीड़ित परिवार की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया है और एक फरार आरोपी की तलाश कर रही है. मेरठ के SP राजेश कुमार का कहना है कि उन्हें इलाके में शोहदों द्वारा लड़कियों से छेड़खानी की शिकायतें मिली हैं. वे इस पर काम कर रहे हैं.