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डीएसपी और सिपाही के विवाद में चली गोली, सिपाही की मौत

उत्तर प्रदेश में एक पुलिस कॉन्स्टेबल की सनसनीखेज हत्या का मामला सामने आया है. इस हत्या का आरोपी कोई और नहीं बल्कि एक पुलिस अधिकारी और दो अन्य पुलिसकर्मी हैं. आरोप है कि इन लोगों ने अपने ही साथी पुलिस कॉन्स्टेबल की गोली मारकर हत्या कर दी. आला अधिकारी इस मामले में जांच की बात कह रहे हैं.

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मृतक सिपाही का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया गया
मृतक सिपाही का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया गया

उत्तर प्रदेश में एक पुलिस कॉन्स्टेबल की सनसनीखेज हत्या का मामला सामने आया है. इस हत्या का आरोपी कोई और नहीं बल्कि एक पुलिस अधिकारी और दो अन्य पुलिसकर्मी हैं. आरोप है कि इन लोगों ने अपने ही साथी पुलिस कॉन्स्टेबल की गोली मारकर हत्या कर दी. आला अधिकारी इस मामले में जांच की बात कह रहे हैं.

वारदात औरेया जिले की है. अयाना थाना क्षेत्र के अस्योटा गांव का निवासी सिपाही अरुण कुमार यादव दो दिन पहले ललितपुर में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के कार्यक्रम में ड्यूटी कर वापस लौट रहा था. रास्ते में बबीना के एक होटल पर डीएसपी जगदीश सिंह के साथ किसी बात को लेकर अरुण की कहासुनी हो गयी.

बात हाथापाई तक जा पहुंची. इसी दौरान वहां कार्बाइन से गोली चल गयी. गोली सीधे अरुण को लगी. जिसकी वजह से मौके पर ही उसकी मौत हो गई. जब एक दिन बाद सिपाही अरुण का कानपुर में पोस्टमार्टम कराया गया तो उसके शरीर से चार गोली निकली. यह बात जानकार परिवार वालों ने कानपुर में जमकर हंगामा किया.

मृतक सिपाही के शव को कड़ी सुरक्षा के बीच उसके पैतृक गांव लाया गया. जहां यमुना नदी के किनारे राजकीय सम्मान के साथ उसका अंतिम संस्कार किया गया. अरुण और तीनों आरोपी कानपुर पुलिस लाईन में तैनात हैं और मृतक सिपाही अरुण कुमार 2011 बैच का था.

मृतक सिपाही अरुण के पिता लक्ष्मीनारायण ने आरोप लगाते हुए कहा कि डीएसपी जगदीश और उसके दो हमराह सिपाहियों ने उनके बेटे की गोली मार कर हत्या की है. डीआईजी कानपुर जोन ने इस पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं. इस मामले को लेकर मृतक के गांव में भी रोष बना हुआ है.

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