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यूपीः स्कैनर और प्रिंटर की मदद से छाप रहे थे नकली नोट, नेता समेत 3 गिरफ्तार

नोटबंदी के एलान के बाद एक ओर कालेधन को सफेद करने वाले गिरोह सक्रिय हैं तो दूसरी तरफ नकली नोटों को छापने का खेल भी धड़ल्ले से जारी है. इसी कड़ी में राजधानी दिल्ली से कुछ किलोमीटर दूर स्थित मेरठ में पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो नकली नोट छापता था. पुलिस ने इस मामले में यूपी विधानसभा के प्रत्याशी खुशी गांधी समेत 3 लोगों को गिरफ्तार किया है.

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सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर

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नोटबंदी के एलान के बाद एक ओर कालेधन को सफेद करने वाले गिरोह सक्रिय हैं तो दूसरी तरफ नकली नोटों को छापने का खेल भी धड़ल्ले से जारी है. इसी कड़ी में राजधानी दिल्ली से कुछ किलोमीटर दूर स्थित मेरठ में पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो नकली नोट छापता था. पुलिस ने इस मामले में यूपी विधानसभा के प्रत्याशी खुशी गांधी समेत 3 लोगों को गिरफ्तार किया है.

मीडिया रिपोर्टस् के मुताबिक, यूपी पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर मेरठ के थाना पल्लवपुरम क्षेत्र से शुक्रवार देर रात चेकिंग के दौरान एक कार से नई करंसी के नोट बरामद किए. सभी नोट 500 और 2000 के 42 लाख रुपये मूल्य के थे. एंडेवर कार में नेशनल लोकमत पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और किठोर विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशी खुशी गांधी के साथ दो लोग सवार थे. गिरोह स्कैनर और प्रिंटर के माध्यम से नकली नोट तैयार कर रहा था. गिरोह कमीशन लेकर नकली नोटों को दूसरे इलाकों में पहुंचा रहा था.

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पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद इनके कई ठिकानों पर छापेमारी की. छापेमारी के दौरान पुलिस ने 9 लाख रुपये की नकली करंसी बरामद की. पुलिस के मुताबिक, ज्यादातर ग्रामीण इलाकों में इनका नेटवर्क सक्रिय था. यह लोग 40 हजार रुपये के बदले एक लाख रुपये के नकली नोट देते थे. जांच अधिकारी ने बताया कि यह लोग हाई क्वालिटी प्रिंटर मशीन के जरिए नकली नोट तैयार कर रहे थे. फिलहाल यूपी पुलिस इस गिरोह के नेटवर्क को खंगालने में जुटी हुई है.

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