उत्तर प्रदेश पुलिस का दामन एक बार फिर बेगुनाहों के खून से रंग गया है. सहारनपुर जिले में एक ढाबे पर मुफ्त का खाना खाने गए पुलिसवालों का होटल मालिक से विवाद हो गया. जिसके बाद एक पुलिस वाले ने होटल मालिक और एक वेटर की गोली मारकर हत्या कर दी. वारदात के बाद पुलिस महकमे में हडकंप मच गया.
यह सनसनीखेज वारदात सहारनपुर रेलवे स्टेशन के बाहर की है. जहां शेरे पंजाब नाम का एक मशहूर ढाबा है. बीती रात कुछ पुलिस वाले वहां खाना खाने आए थे. जब होटल के मालिक शिव कुमार भोल ने खाने के पैसे मांगे तो पुलिस वाले इनकार करने लगे. इसी बात पर विवाद बढ़ गया. कहासुनी होने लगी.
कुछ देर बहसबाजी करने के बाद पुलिस वाले वहां से चले गए. लेकिन कुछ देर बाद ही कपिल मलिक नाम का एक सिपाही वापस आया. और उसने ढाबा के मालिक शिव कुमार भोला की कनपटी से पिस्तौल सटा कर गोली मार दी. इसी बीच ढाबे पर काम करने वाला एक वेटर हिटलर जब बीच में आया तो सिपाही ने उसे भी गोली मार दी.
दोनों को गोली मारने के बाद आरोपी सिपाही फायरिंग करता हुआ वहां से भागने लगा. लेकिन लोगों ने भागकर उसे पकड़ लिया. और मौके पर पहुंची पुलिस के हवाले कर दिया. इस दौरान ढाबा मालिक और वेटर को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. शिव कुमार भोला की मौत की खबर शहर में आग की तरह फैल गई.
इस वारदात के बाद शहर के व्यापारियों में रोष फैल गया. बुधवार की सुबह इस हत्याकांड के विरोध में व्यापारियों ने मृतकों के परिवार वालों के साथ शहर की मुख्य सड़क पर जाम लगा दिया. इस विरोध प्रदर्शन के दौरान कई अधिकारियों ने व्यापारियों को समझाने की कोशिश की लेकिन वे नहीं माने. वरिष्ठ अधिकारीयों के समझाने पर जाम खोला गया.
आरोपी सिपाही को पुलिस महकमे से बर्खास्त कर दिया गया है. उसके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया है. इस घटना के बाद से शहर के लोगों में पुलिस के खिलाफ गुस्सा दिखाई दे रहा है.