यूपी और उत्तराखंड पुलिस एक परिवार को बड़ी शिद्दत से तलाश कर रही है. इस परिवार ने कोई अपराध नहीं किया है बल्कि ये परिवार पिछले आठ दिनों से लापता है. पुलिस को इस परिवार के एक बच्चे की लाश भी बरामद हुई है.
रूद्रपुर जाने के लिए निकला था परिवार
मामला उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के एक परिवार का है. थाना प्रेमनगर क्षेत्र के श्यामपुर में राजेंद्र जोशी उर्फ राजू अपने परिवार के साथ रहते हैं. उनकी पत्नी का देहांत हो चुका है. बीती 27 नंवबर को राजू अपनी दूसरी शादी के लिए लड़की देखने रूद्रपुर गए थे. उनके साथ उनकी मां कमला जोशी और बेटा भास्कर भी था. लेकिन घर से निकलने के बाद इस परिवार का कुछ अता पता नहीं है.
जंगल में मिली बच्चे की लाश और कार
जोशी परिवार अपनी ईऑन कार से रूद्रपुर के लिए निकला था. इस परिवार के गायब हो जाने के 6 दिन बाद उत्तर प्रदेश के रामपुर और उत्तराखंड के रूद्रपुर की सीमा से लगे बिलासपुर के जंगल से राजू जोशी के सात वर्षीय बेटे भास्कर की लाश मिली. खोजबीन करने पर उनकी कार भी बिलासपुर में लावारिस हालत में मिल गई. जांच करने पर बच्चे के शरीर पर चोट के कई निशान पाए गए.
पुलिस को मिली आखिरी लोकेशन
लापता जोशी परिवार आखरी बार हल्द्वानी के एक एटीएम पर रुका था. पुलिस को एटीएम की सीसीटीवी फुटेज से यह जानकारी मिली है. वहां उन्होंने पैसे निकाले थे. मोबाइल की लोकेशन ट्रेस करने पर आखरी बार वे हरिद्वार में थे. उसके बाद उनके मोबाइल ऑफ हो गए. उसके बाद उनकी कोई लोकेशन नहीं मिल रही है.
कार चालक का अता-पता नहीं
राजेंद्र जोशी के पास कार तो अपनी थी लेकिन उन्होंने रूद्रपुर जाने के लिए एक ड्राइवर को बुलाया था. वो ड्राइवर कौन था, कहां से आया था. यह बात किसी को नहीं पता. पुलिस चालक के बारे में जानकारी जुटाने की कोशिश कर रही है. लेकिन अभी तक उसका कोई अता पता नहीं है.
पुलिस ने की लापरवाही
जोशी परिवार के लापता होते ही उनके रिश्तेदार पुलिस को शिकायत करने के लिए देहरादून पुलिस के पास गए थे. लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज करने की बजाय रिश्तेदारों को टरका दिया. अब राजू के रिश्तेदारों का कहना है कि अगर पुलिस ने उनकी शिकायत को गंभीरता से लिया होता तो शायद ये अनहोनी न होती.
पुलिस के सामने कई सवाल
पुलिस के अनुसार जोशी परिवार की आखरी मोबाइल लोकेशन बीते शुक्रवार की सुबह तक हरिद्वार थी. लेकिन गुरुवार की देर शाम पुलिस को हल्द्वानी के एक एटीएम से जो फुटेज मिली है. उसमें 27 को राजू उसकी मां और बेटा एटीएम में पैसे निकालते वक्त एक साथ दिखाई दे रहे हैं. इसका मतलब है कि जोशी परिवार 27 नवंबर को हल्द्वानी तक पहुंच गया था. मगर ये परिवार फिर लड़की वालों के यहां क्यों नहीं गया? और उनकी कार उत्तराखंड से उत्तर प्रदेश के बिलासपुर इलाके में कैसे पहुंच गई?
यूपी पुलिस से मांगी मदद
जोशी परिवार के लापता होने की गुत्थी सुलझाने के लिए उत्तराखंड पुलिस ने उत्तर प्रदेश पुलिस से मदद मांगी है. देहरादून के नगर पुलिस अधीक्षक अजय सिंह के मुताबिक इस केस को सुलझाने के लिए यूपी और उत्तराखंड की पुलिस मिलकर काम कर रही है. जोशी परिवार के रिश्तेदारों से भी पूछताछ की गई है. मामले का खुलासा करने के लिए पुलिस की टीम बनाई गई है.