उन्नाव सामूहिक बलात्कार मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कड़ा रुख अपनाते हुए 2 मई तक इस केस की प्रोग्रेस रिपोर्ट तलब की है. कोर्ट ने आदेश देते हुए कहा कि इस संबंध में दर्ज अन्य मामलों की विवेचना भी सीबीआई करे.
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने साफ फरमान सुनाया कि कुलदीप के अलावा अन्य अभियुक्तों को भी सीबीआई गिरफ्तार करे. साथ ही जमानत पर छूटे आरोपियों की जमानत भी सीबीआई निरस्त कराये. हाईकोर्ट ने सीबीआई को 2 मई को 10 बजे तक इस मामले की प्रगति रिपोर्ट देने का फरमान जारी किया है.
ऐसे नाटकीय अंदाज में हुई आरोपी विधायक की गिरफ्तारी
इससे पहले शुक्रवार की सुबह 4.30 बजे सीबीआई टीम ने गैंगरेप के आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को गिरफ्तार कर लिया है. कल ही इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई थी. हाईकोर्ट ने भी इस मामले में यूपी पुलिस और योगी सरकार को फटकार लगाई थी.
माना जा रहा था कि सीबीआई के लिए विधायक को गिरफ्तार करना आसान नहीं था. कोर्ट में यूपी पुलिस कह चुकी थी कि उसके पास एमएलए को गिरफ्तार करने के लिए र्प्याप्त सबूत नहीं हैं. ऐसे में सीबीआई ने विधायक को गिरफ्तार करने की योजना बनाई.
लखनऊ में CBI और पुलिस को रातभर कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. सीबीआई की टीम गुरुवार करीब 12 बजे रात को लखनऊ पहुंची. जहां विधायक को पकड़ना उनके लिए सबसे बड़ी चुनौती थी. विधायक कुलदीप सेंगर का लोकेशन ना तो लखनऊ पुलिस के पास थी, ना ही सीबीआई के पास. परिवार वालों ने विधायक के बनारस जाने का ऐलान कर रखा था.
सबसे पहले लखनऊ के एसएसपी के घर लखनऊ आईजी के फोन की घंटी बजी और यह बताया गया कि सीबीआई की टीम लखनऊ पहुंच चुकी है और हर हाल में सुबह से पहले विधायक को गिरफ्तार करना है. करीब 1 बजे रात को सबसे पहले सीबीआई ने एसएसपी लखनऊ से संपर्क साधा और उनकी एक टीम रात में लखनऊ एसएसपी के घर गई.
फिर एक साथ लखनऊ और उन्नाव में विधायक कुलदीप सेंगर के कई ठिकानों पर छापा मारने की तैयारी की गई. रात तकरीबन 2 बजे आईजी रेंज लखनऊ, सुजीत पांडे लखनऊ एसएसपी के घर पहुंचे और एसएसपी को विधायक का लोकेशन लेने का आदेश हुआ.
करीब 2.30 सीबीआई एसपी राघवेंद्र वत्स भी एसएसपी लखनऊ के घर पहुंचे और वहां विधायक के लोकेशन और गिरफ़्तारी पर बात हुई. वहां यह तय हुआ कि दो टीम उन्नाव जाएगी, जबकि सीबीआई की एक टीम और लखनऊ पुलिस की एक टीम उन्हें लखनऊ में ही ढूंढेगी.
एसएसपी ने विधायक के एक रिश्तेदार से संपर्क साधा, परिवार से संपर्क साधने पर बताया गया कि विधायक अपने घर पर नहीं है और बनारस के लिए निकल चुके हैं. लखनऊ पुलिस ने साफ कर दिया कि विधायक की गिरफ्तारी तय है और हर हाल में उन्हें पुलिस को सहयोग करना होगा.
पुलिस के सख्त तेवर के बाद लगातार विधायक के साथ रहे एक रिश्तेदार ने बताया कि कुलदीप सिंह सेंगर लखनऊ में इंदिरा नगर के एक घर में छुपे हुए हैं. आधी रात करीब साढ़े तीन बजे पुलिस को विधायक की लोकेशन मिल चुकी थी, उसी वक्त डीजीपी और एडीजी लॉ एंड ऑर्डर को विधायक की लोकेशन दी गई.
एसएसपी लखनऊ ने अपने तीन थानों के थानेदारों की एक टीम सीबीआई की टीम के साथ लगाई और इंदिरा नगर के घर पर पहुंचे, जहां विधायक छुपा हुआ था. दरवाजा खटखटाते ही कुलदीप सेंगर की बहन ने शोर मचाना शुरू किया, लेकिन लखनऊ पुलिस और सीबीआई की टीम ने उसे साफ कहा कि शोर न मचाएं और विधायक जांच में सहयोग करें.
सुबह 4:10 पर सीबीआई की टीम विधायक के इंदिरा नगर आवास पहुंची थी और 4:16 पर वह विधायक को गाड़ी में लेकर निकल गई. सुबह 4:28 पर सीबीआई की टीम कुलदीप सिंगर को लेकर हजरतगंज के अपने मुख्यालय पहुंची. अब गिरफ्तार विधायक सीबीआई के शिकंजे में है और हजरतगंज के सीबीआई मुख्यालय में पूछताछ चल रही है. जल्द ही उसे रिमांड पर लिया जा सकता है.