नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ उत्तर प्रदेश में हुई हिंसा में अब तक 213 मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं. उत्तर प्रदेश पुलिस ने बताया कि 23 दिसंबर तक 5558 लोगों को हिरासत में लिया गया, जबकि 925 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं. अलग-अलग इलाकों में हिंसा के बाद मेरठ और अलीगढ़ में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं.
मेरठ के लिसाड़ी गेट इलाके के 400 शस्त्र लाइसेंस रिन्युअल पर रोक लगा दी गई है. बवाल में लाइसेंसी हथियार प्रयोग करने का अंदेशा है. प्रशासन अब लाइसेंसी हथियार रखने वालों से हर एक गोली का हिसाब मांग रहा है. इसके साथ ही वीडिया और फोटो के आधार पर लोगों को चिन्हित किया जा रहा है. वहीं, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी कैंपस के बाहर भारी फोर्स की तैनाती की गई है. दरअसल, यूनिवर्सिटी कैंपस के बाहर नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ कुछ लोग प्रदर्शन कर रहे हैं. एहतियातन पुलिस की तैनाती की गई है.
सोशल मीडिया पर नजर
विरोध प्रदर्शन के चलते पिछले दिनों उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हिंसा देखी गई थी. वहीं, अब पुलिस ने इस मामले में 16761 सोशल मीडिया पोस्ट को आपत्तिजनक पाया है. इसके अलावा पुलिस ने हिंसा में शामिल 110 लोगों को नोटिस भी जारी किया है.
लखनऊ हिंसा मामले में पुलिस एक्शन में है और लगातार कार्रवाई को अंजाम दे रही है. इसके चलते पुलिस सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट करने वालों की भी धरपकड़ करने में जुट गई है. पुलिस ने लखनऊ हिंसा मामले में ट्विटर पर 7513, फेसबुक पर 9076 और यूट्यूब पर 172 सोशल मीडिया पोस्ट समेट कुल 16761 पोस्ट को चिन्हित किया है.
पुलिस का कहना है कि इस मामले में कई लोगों पर एफआईआर दर्ज की जाएगी. वहीं पुलिस का कहना है कि इन सोशल मीडिया अकाउंट्स को या तो हटाया जाएगा या ब्लॉक किया जाएगा. ये अकाउंट पुलिस के स्कैनर पर है.