उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर के थाना एक्सप्रेसवे एरिया में एक फर्जी आईपीएस अधिकारी और उसके फर्जी जन संपर्क अधिकारी (पीआरओ) को गिरफ्तार किया गया है. फर्जी आईपीएस अधिकारी की पहचान आदित्य दीक्षित के रूप में हुई है. आरोपी आदित्य के पिता का नाम देवेंद्र दीक्षित बताया गया है. वह यूपी के हाथरस जिले के सिकंदराराऊ थाना क्षेत्र का रहने वाला है. आरोप है कि आदित्य दीक्षित ने खुद को गृह मंत्रालय में साइबर अपराध डिपार्टमेंट का हेड बता कर एक होटल में मुफ्त में खाना खाया और होटल स्टाफ के साथ अभ्रदता से बात की.
वहीं, आरोपी आदित्य दीक्षित के साथ अखिलेश यादव नाम के एक शख्स की भी गिरफ्तारी हुई है. अखिलेश ने खुद को फर्जी आईपीएस आदित्य दीक्षित का पीआरओ बताया. अखिलेश के पिता का नाम नरेश सिंह यादव है और वह इटावा के ग्राम शिवपुर थाना किशनी इलाके का रहने वाला है.
कैसे खुली दोनों की पोल
मिली जानकारी के मुताबिक आदित्य और अखिलेश दोनों थाना एक्सप्रेसवे एरिया के सेक्टर 126 स्थित होटल कृष्णा लिविंग में अपने आप को गृह मंत्रालय में साइबर क्राइम डिपार्टमेंट का अधिकारी बता कर 27-28 जून 2019 की रात में रुके थे. इस दौरान इन दोनों ने होटल वालों पर अपना रौब दिखाकर मुफ्त में खाना खाया. शुक्रवार को इन दोनों ठगों द्वारा अपनी मारुति बलेनो गाड़ी में फ्यूल टैंक फुल करवाने के लिए होटल स्टाफ पर जबरन दबाव बनाया गया और उनके साथ अभद्रता की. इनकी संदिग्ध गतिविधियां को देख कर होटल मैनेजर को शक हुआ. उन्होंने मामले की सूचना पुलिस को दी. इससे बाद पुलिस मौके पर पहुंची और फिर पुलिस ने दोनों आरोपियों को थाने लाकर पूछताछ की. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है.
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