scorecardresearch
 

UP: लखीमपुर में गन्ना किसानों का बकाया नहीं किया भुगतान, चीनी मिल के 4 अफसरों पर FIR

गन्ना किसानों का बकाया भुगतान नहीं करने पर उत्तर प्रदेश के लखीमपुर में बजाज चीनी मिल के अफसरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है. सहकारी गन्ना समिति के विशेष सचिव राजेश सिंह ने लखीमपुर खीरी के पलिया थाने में ये FIR दर्ज कराई है.

Advertisement
X
Sugarcane Farmers
Sugarcane Farmers
स्टोरी हाइलाइट्स
  • किसानों ने निकाला था बैलगाड़ी मार्च
  • बजाज चीनी मिल के 4 अफसरों पर FIR

गन्ना किसानों का बकाया भुगतान नहीं करने पर उत्तर प्रदेश के लखीमपुर में बजाज चीनी मिल के अफसरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है. सहकारी गन्ना समिति के विशेष सचिव राजेश सिंह ने लखीमपुर खीरी के पलिया थाने में ये FIR दर्ज कराई है. यहां बजाज चीनी मिल के फाइनेंस मैनेजर समेत चार अफसर पर केस दर्ज हुआ है.

Advertisement

बता दें कि किसानों को गन्ना खरीद के 38701.57 लाख रुपये में 12099.38 लाख भुगतान किया गया और बाकी भुगतान नहीं हुआ. डीएम लखीमपुर के बार-बार निर्देश के बाद भी उन्होंने गन्ना किसानों को भुगतान नहीं किया. इसको लेकर किसानों ने कई बार प्रदर्शन भी किया. शनिवार को ही किसानों ने इसको लेकर बैलगाड़ी मार्च निकाला था.

बकाया भुगतान ना होने पर भाजपा नेता और गोला विधानसभा सीट से विधायक अरविंद गिरी ने बजाज हिंदुस्तान चीनी मिल के मालिक कुशाग्र नयन बजाज, यूनिट हेड ओमपाल सिंह, कारखाना प्रबंधक आरके मिश्रा और विधि सलाहकार अवनि कुमार पांडेय के खिलाफ गन्ना मूल्य भुगतान में धोखाधड़ी को लेकर एफआईआर दर्ज करवाई.

इधर, लंबे समय से तीन कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसान आंदोलन भी खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीनों कानूनों को वापस लिए जाने की घोषणा कर दी है लेकिन किसान एक-एक मांग पर चर्चा के लिए अड़े हैं. दरअसल, कुछ किसान संगठन कृषि कानून वापस होने के बाद से घर वापसी के समर्थन में हैं. जबकि संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के अध्यक्ष राकेश टिकैत ने साफ कर दिया है कि जब तक एमएसपी और किसानों पर दर्ज केस वापस नहीं हो जाते, शहीद किसानों को मुआवजा नहीं मिलता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा. 

Advertisement

 

Advertisement
Advertisement