उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से जिस्मफरोशी का एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने मासूम किशोरियों को नशे की आड़ में जिस्मफरोशी में धकेलने वाले एक शख्स को शुक्रवार को गिरफ्तार किया है. वहीं इस मामले में कई चौंकाने वाले खुलासे भी हुए हैं.
जानकारी के मुताबिक पिछले 6 महीनों से विजय बदरी उर्फ बंगाली दो किशोरियों से घिनौनी हरकतें करा रहा था. किसी तरह से इसके चंगुल से छूटकर दोनों लड़कियां दो लड़कों के साथ बाराबंकी जाने के लिए निकली थीं. तभी रेलवे स्टेशन पर चेकिंग कर रहे आरपीएफ कर्मियों ने उन्हें पूछताछ के लिए रोका. पूछताछ करने पर लड़कियों ने जो आपबीती सुनाई, उससे पुलिसकर्मियों के रोंगटे खड़े हो गए. इन लड़कियों में से एक हजरतगंज के बालू अड्डा की रहने वाली है तो दूसरी मूलरूप से असम की है और लखनऊ के इंदिरानगर इलाके में रहती है. वहीं लड़कों में एक लड़का बाराबंकी के सुगौली और दूसरा लड़का गुडंबा का रहने वाला है.
लड़कियों ने किया खुलासा
लड़कियों ने बताया कि इंदिरानगर के मुंशी पुलिया में रहने वाला पैर से दिव्यांग विजय बदरी उर्फ बंगाली उन्हें नशा देकर उनसे जिस्मफरोशी कराता है. विजय भीख मांगने की आड़ में चोरियां और जिस्मफरोशी का धंधा करता था. उसके डर से वे लखनऊ छोड़कर बाराबंकी जाने के लिए स्टेशन आए थे. पुलिस ने जब विजय का पता पूछा तो उन्होंने कहा कि वह कुछ घंटे में उन्हें खोजते हुए स्टेशन आ जाएगा. इसके बाद पुलिस उन्हें सुरक्षित रखकर विजय का इंतजार करने लगी. सुबह करीब 11 बजे विजय बादशाहनगर स्टेशन पहुंचा, जहां पुलिस ने उसे दबोच लिया.
पूछताछ में विजय ने बताया कि वह 6 महीने से चारों को साथ रखे हुए था. उन्हें खाना और कपड़े देता था. बदले में लड़कियों से जिस्मफरोशी और लड़कों से चोरी कराता था. मामले में पता चला कि लोगों की सहानुभूति बटोरने के लिए वह उनके जिस्म पर ब्लेड मारकर खून निकालता और अपने पैर पर बंधी पट्टी पर लगाता था. पहले विजय चारबाग स्टेशन में चोरियां करता था. ट्रेन की चपेट में आने से उसका दायां पैर कट गया था. इसके बाद उसने भीख मांगना शुरू कर दिया. विजय लड़कियों की एक-एक गतिविधियों पर नजर रखता था. इसके लिए उसने कई लड़के रखे थे. लड़कियों ने बताया कि विजय उन्हें ग्राहकों के साथ भेजने से पहले चाय या कोल्डड्रिंक में नशे की गोलियां मिलाकर देता था.
संरक्षण भी हासिल
वहीं इस मामले में जानकारी ये भी मिली है कि विजय पर गाजीपुर थाने के एक दीवान का संरक्षण था, जिसके बूते वो इस तरह की हरकतों को अंजाम दे रहा था. बदले में दीवान उससे रोज 400-500 रुपये लेता था. इस मामले के सामने आने के बाद दीवान फरार है और पुलिस उसकी तलाश कर रही है. वहीं पुलिस ने बताया कि बादशाहनगर चौकी के प्रभारी की ओर से विजय के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है. आरपीएफ ने आरोपी और चारों बच्चों को गाजीपुर पुलिस के सुपुर्द करते हुए एफआईआर दर्ज करा दी है. चारों लड़के-लड़कियों को बाल सुधार गृह भेजा गया है.