scorecardresearch
 

रिटायर्ड कर्नल से मारपीट मामले में UP पुलिस का सिपाही गिरफ्तार

नोएडा पुलिस ने रिटायर्ड कर्नल वीरेंद्र सिंह से मारपीट मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें से एक यूपी पुलिस का सिपाही है.

Advertisement
X
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी

Advertisement

उत्तर प्रदेश की नोएडा पुलिस ने रिटायर्ड कर्नल वीरेंद्र सिंह चौहान के साथ 14 अगस्त को कथित मारपीट करने के मामले में यूपी पुलिस के सिपाही राहुल नागर और जितेंद्र अवस्थी को गिरफ्तार कर लिया है. इस मामले में एडीएम हरीश चंद्रा, पत्नी ऊषा चंद्रा, अनुराग चंद्रा, रोहित गुजराल, प्रशांत नागर  भी आरोपी बनाए गए हैं. अब पुलिस इनकी गिरफ्तारी के प्रयास में जुट गई है.  

नोएडा के कोतवाली सेक्टर-20 में पुलिस की गिरफ्त में राहुल नागर और जितेंद्र अवस्थी पर रिटायर्ड कर्नल वीरेंद्र सिंह चौहान की शिकायत पर हत्या के प्रयास, मारपीट, जान से मारने की धमकी देने सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया. एसएसपी (गौतमबुद्ध नगर) डॉक्टर अजय पाल शर्मा ने बताया कि मारपीट व हत्या के प्रयास में गिरफ्तार गनर (एडीएम) राहुल नागर जनपद मुजफ्फरनगर में तैनात है.

Advertisement

बता दें कि बीते मंगलवार को एक पीसीएस अधिकारी की पत्नी की शिकायत पर रिटायर्ड कर्नल और तीन अज्ञात लोगों पर मारपीट, SC/ST और छेड़छाड़ सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज़ कर नोएडा कोतवाली सेक्टर-20 पुलिस ने बिना किसी जांच के पीड़िता की तहरीर पर रिटायर्ड कर्नल को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया था.

पुलिस ने रिटायर्ड कर्नल को हथकड़ी पहनाकर कोर्ट में पेश किया था, जिससे शहर के पूर्व सैनिक नाराज थे. पूर्व सैनिकों ने इसकी शिकायत डीएम से की और रिटायर्ड कर्नल के बेकसूर होने के साक्ष्य दिए.

वहीं मामले का संज्ञान लेते हुए डीएम के आदेश पर मुजफ्फरनगर में तैनात अपर जिलाधिकारी सहित सात लोगों के खिलाफ हत्या की कोशिश, जान से मारने की धमकी देने और अवैध निर्माण करने के सिलसिले में मामला दर्ज किया गया है. एसएसपी ने इसके बाद ही सीओ प्रथम अनित कुमार व इंस्पेक्टर मनीष सक्सेना को हटा दिया और एसआई रवि तोमर को सही तफतीश नहीं करने और पुलिस की छवि खराब करने का आरोप लगाकर सस्पेंड कर दिया.  

पूर्व सैनिकों ने बीते शाम इस मामले को लेकर कैंडल मार्च भी निकाल निकला. जिसके बाद पुलिस ने एडीएम के राहुल नागर (गनर) और जीतेन्द्र अवस्थी (नौकर) को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया हैं. बाकी आरोपिओं को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की टीमें बनाकर गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं.  

Advertisement

पुलिस ने बगैर जांच के रिटायर्ड कर्नल को गिरफ्तार करने के बाद कर्नल को हथकड़ी पहनाकर कोर्ट में पेश किया. इस बात को लेकर शहर के पूर्व सैनिक नाराज थे. उन्होने इसका विरोध जताते हुए कहा कि छेड़छाड़ का आरोप बेबुनियाद है. उनका महिला से तीन साल से विवाद चल रहा है. महिला के पति पीसीएस अफसर हैं और वह नोएडा में भी तैनात रह चुके हैं. वर्तमान में वह मुजफ्फरनगर जिले में तैनात हैं. उनकी शह पर प्राधिकरण ने कोई कार्रवाई नहीं की है. इसी विवाद में महिला उन पर दबाव बनाने के लिए फर्जी आरोप लगा रही है. पूर्व सैनिक ने डीएम से मिलकर शिकायत की और सीसीटीवी फुटेज भी सौंपा जिसमें एडीएम ही कर्नल से मारपीट कर रहा था.

एसएसपी डॉक्टर अजय पाल शर्मा ने बताया कि 14 अगस्त को सेक्टर 29 में रहने वाले रिटायर्ड कर्नल वीरेंद्र सिंह चौहान (75 वर्ष) के खिलाफ उनकी पड़ोसी महिला ऊषा चंद्रा ने मारपीट, छेड़छाड़ तथा SC/ST कानून के तहत मुकदमा दर्ज कराया था.

पुलिस ने रिटायर्ड कर्नल वीरेंद्र चौहान और उनके साथियों को गिरफ्तार कर लिया था. एसएसपी ने बताया कि 17 अगस्त को रिटायर्ड कर्नल चौहान ने जेल से जिलाधिकारी को एक पत्र लिखा. पत्र में उन्होंने बताया कि महिला जनपद, मुजफ्फरनगर में तैनात अपर जिलाधिकारी हरीश चंद्रा की पत्नी है और उनके प्रभाव में ही कर्नल के खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज कराया गया. एसएसपी ने बताया कि पूर्व सैनिकों ने भी जिलाधिकारी से मिलकर एक सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध कराया, जिसमें हरिश चंद्रा अपने साथियों के संग मिलकर कर्नल से कथित तौर पर मारपीट करते नजर आ रहे हैं.

Advertisement
Advertisement