यूपी में आगरा के शमसाबाद इलाके में ड्यूटी पर तैनात सिपाही को बदमाशों ने गोली मार दी. घायल सिपाही ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. मृतक सिपाही अजय यादव के साथी मदन कुमार ने सीओ अशोक कुमार पर हत्या करवाने का आरोप लगाया है. सीओ ने इन आरोपों से पल्ला झाड़ा है. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.
सिपाही मदन कुमार के मुताबिक, सीओ अशोक कुमार सिंह ने तीन सिपाहियों के खिलाफ रिपोर्ट तैयार की थी. रिपोर्ट में बदमाशों से संबंधों का जिक्र किया था. वह तीनों पर अपराधी पकड़ने का दबाव बना रहे थे. इसकी वजह से वे लोग तनाव में आकर जो भी अपराधी मिल रहा था, उसे पकड़ रहे थे. इस वजह से उनकी कई शातिर अपराधियों से दुश्मनी हो गई थी.
बताया जा रहा है कि सिपाही अजय यादव को कुछ बदमाशों ने वाहन चेकिंग के दौरान गोली दी थी. अस्पताल में इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया. अजय के घरवाले भी बेहाल हैं. उन्हें समझ नहीं आ रहा कि हत्या क्यों हुई, किसने की, किसके इशारे पर की, लेकिन जिन सीओ साहब पर शक़ की उंगली उठ रही है, उन्होंने आरोपों से साफ इनकार किया है.
इस मामले में एसएसपी डॉ प्रतिन्दर सिंह का कहना है कि बात एक सिपाही की हत्या से जुड़ी है, इसलिए हर पहलू से जांच की जाएगी. एक आला अफसर पर सिपाही की हत्या के इल्ज़ाम ने इस वारदात को और भी गंभीर बना दिया है. क्योंकि अब सवाल सिर्फ हत्यारों की तलाश नहीं. पुलिस महकमे के भ्रष्टाचार, पुलिसवालों में भरोसे की कमी और भितरघात का भी है.