उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में दो साधुओं की हत्या के मामले में पुलिस ने खुलासा किया है. पुलिस ने हत्या में शामिल 5 लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने बताया कि 14 अगस्त को साधुओं ने गोकशी की सूचना पुलिस को दी थी जिससे नाराज गांव के लोगों में से ही करीब दर्जन भर लोगों ने साधुओं को सबक सिखाने की ठानी और आधी रात में मंदिर में साधुओं की हत्या कर दी.
पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि 9 अब भी फरार हैं. जांच में साफ हो गया कि गोकशी का विरोध करने पर साधुओं की हत्या की गई थी जिसे 14 अगस्त की रात को अंजाम दिया गया था. ये मामला औरैया के बिधूना कोतवाली के भयानकनाथ मंदिर का है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश पुलिस को 48 घंटे के अंदर हत्यारों को पकड़ने और उन पर कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया था.
पुलिस ने इस हत्या में 14 लोगों को अभियुक्त बनाया है. पकड़े गए आरोपी के पास से तीन तमंचे, एक मोटर साइकिल, एक छुरी, दानपात्र से लुटे 1,668 रुपये बरामद किए हैं. बता दें कि आरोपियों ने साधू लज्जाराम, हल्केराम को मौत के घाट उतार दिया था. जबकि एक साधु रामशरण सैफई के अस्पताल में भर्ती है.
औरैया के एसपी नागेश्वर ने बताया कि पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि 9 अब भी फरार हैं. जल्द ही उनको भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा. साधुओं की हत्या की वजह सिर्फ गोकशी का विरोध ही सामने आया है. इसमें एक सिपाही इस्लाम खान की संलिप्तता भी पाई गई है. जांच में अगर सिपाही दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
मंदिर की देखभाल करते थे पुजारी
औरैया जिले के बिधूना कोतवाली के कुदरकोट गांव में स्थित भयानकनाथ मंदिर की देखभाल 3 पुजारी करते थे. साथ ही गायों की सेवा भी करते थे. बुधवार की सुबह 2 पुजारी लज्जाराम व हल्केराम के शव चारपाई पर मिले, जबकि एक अन्य पुजारी रामसरन गंभीर हालत में तड़पता हुआ मिला.
पुजारियों को चारपाई से बांध कर उनकी बेरहमी से हत्या की गई थी. पुजारियों की हत्या की सूचना पूरे क्षेत्र में आग की तरह फैल गयी. हत्या से गुस्साए लोगों ने बिधूना-इटावा मार्ग जाम कर दिया और पूरे बाजार को बंद करा दिया गया था.