यूपी के बुलंदशहर में बीजेपी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करने वाली महिला पुलिस अफसर श्रेष्ठा ठाकुर ने अपने तबादले के बाद फेसबुक पर व्यंग्यात्मक लहजे में निशाना साधा है. उन्होंने एक शेर पोस्ट करते हुए अपने तबादले पर खुशी जाहिर करते हुए लिखा है कि उनको उनके अच्छे कार्यों का इनाम मिला है. उनका तबादला कर दिया गया है.
श्रेष्ठा ने फेसबुक पर लिखा है, 'जहां भी जाएगा, रौशनी लुटाएगा. किसी चराग का अपना मकां नहीं होता...दोस्तों, मेरा तबादला नेपाल बॉर्डर के पास बहराइच हो गया है. चिंता की बात नहीं, मैं बहुत खुश हूं. मैं इसे अपने अच्छे काम का इनाम मानती हूं. आप सभी बहराइच में आमंत्रित हैं.' यह पोस्ट बहुत तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
कुछ दिन पहले ही श्रेष्ठा ठाकुर ने स्थानीय बीजेपी नेता समेत पांच लोगों को पुलिस कार्रवाई में दखल देने और पुलिस अधिकारी से बदतमीजी करने के आरोप में जेल भेज दिया था. ठाकुर के तबादले को बीजेपी नेता अपना सम्मान मान रहे हैं. इसके साथ ही उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग भी कर रहे हैं. उनका कहना है कि महिला अफसर ने ठीक नहीं किया.
बुलंदशहर से बीजेपी अध्यक्ष मुकेश भारद्वाज का कहना है कि श्रेष्ठा ठाकुर पर सीएम योगी आदित्यनाथ और अन्य पार्टी नेताओं के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने का मामला दर्ज कराया गया है. इस मामले में उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. हालांकि, उनके तबादले के बाद से स्थानीय बीजेपी नेताओं में खुशी है. इसे अपनी जीत मानते हैं.
बताते चलें कि श्रेष्ठा ठाकुर बुलंदशहर में बतौर सीओ तैनात थीं. कुछ दिनों पहले जिले के स्याना कस्बे में बीजेपी की जिला पंचायत सदस्य के पति प्रमोद लोधी का ट्रैफिक रूल तोड़ने पर चालान किया था. चालान काटे जाने से नाराज प्रमोद पुलिस से उलझ गया. हाथापाई की नौबत आ गई. इसके बाद पुलिस ने बाइक सीज कर प्रमोद को गिरफ्तार कर लिया.
इसी बात को लेकर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने श्रेष्ठा ठाकुर के साथ बदसलूकी की थी. इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. प्रमोद को जब कोर्ट लाया गया, तब काफी संख्या में बीजेपी कार्यकर्ता वहां पहुंच गए. पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. इस दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं और सीओ श्रेष्ठा ठाकुर के बीच जमकर बहस हुई थी.