scorecardresearch
 

गुजरात के वडोदरा में BJP पार्षद की पेड़ से बांध कर पिटाई

वडोदरा में बीजेपी के एक पार्षद की मंगलवार सुबह भीड़ ने बुरी गत की. पार्षद हसमुख पटेल की पेड़ से बांध कर पिटाई की गई. पटेल के कपड़े फाड़ने के साथ अपशब्द भी कहे गए.

Advertisement
X
पुलिस ने मौके पर जाकर पीड़ित को छुड़ाया
पुलिस ने मौके पर जाकर पीड़ित को छुड़ाया

Advertisement

वडोदरा में बीजेपी के एक पार्षद की मंगलवार सुबह भीड़ ने बुरी गत की. पार्षद हसमुख पटेल की पेड़ से बांध कर पिटाई की गई. पटेल के कपड़े फाड़ने के साथ अपशब्द भी कहे गए. दरअसल, वडोदरा के बापोद इलाके में झुग्गी झोपड़ी बस्ती में अतिक्रमण हटाने की मुहिम को लेकर लोगों में गुस्सा था. यहां के लोगों का कहना है कि जब तक उनका पुनर्वास नहीं किया जाता और उनके रहने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की जाती, उन्हें कैसे हटाया जा सकता है जबकि दीवाली सिर पर है.

स्थानीय लोगों के मुताबिक उन्होंने इस बारे में कई बार स्थानीय बीजेपी पार्षद हसमुख पटेल को अपनी समस्या बताई थी लेकिन वो उन्हें राहत दिलाने के लिए कुछ नहीं कर रहे थे. पटेल मंगलवार सुबह मौके पर मुआयने के लिए गए तो भीड़ ने उन्हें घेर लिया. पटेल को पेड़ से बांधकर पीटा गया. बता दें कि पटेल का नाम पहले भी विवादों में आ चुका है. स्थानीय लोग उन पर निष्क्रियता का आरोप भी लगाते रहे हैं.

Advertisement

पटेल की पिटाई करने को लेकर स्थानीय लोगों ने पहले पटेल पर हमला करने का आरोप लगाया. उनका कहना था कि पटेल ने पहले महिलाओं पर हाथ उठाया, इसलिए उनकी पिटाई की गई. वहीं पटेल ने इस आरोप का खंडन किया. पटेल का कहना है कि इतने लोगों के सामने वो कैसे किसी पर हाथ उठा सकते थे. पटेल के मुताबिक 10-15 लोग उन्हें घेर कर तालाब के पास ले गए. फिर वहां 100 से ज्यादा लोगों की भीड जुट गई. पटेल का कहना है कि उन्हें महिलाओं से भी पिटवाया गया. 

स्थानीय लोगों का कहना है कि उनके साथ में रहने वालों को तो जवाहर लाल नेहरू राष्ट्रीय शहरी नवीकरण मिशन (JNNURM)  के तहत पक्के आवास उपलब्ध करा दिए गए लेकिन उनके पुनर्वास के बारे में कोई सुध नहीं ले रहा. बता दें कि जवाहर लाल नेहरू राष्ट्रीय शहरी नवीकरण मिशन में तय नियमों और दिशानिर्देशों के अऩुसार ही झुग्गी झोपड़ियों वालों को आवास उपलब्ध कराए जाते हैं. इसके लिए ये शर्त भी होती है कि एक निर्धारित वर्ष से पहले से वो वहां रह रहे हों.  

पटेल की पिटाई करने वालों में शामिल कुछ लोगों ने खुद को भीलिस्तान लायन सेना से जुड़ा बताया है. इस संगठन का नेतृत्व छोटू वसावा के हाथ में बताया जाता है. छोटू वसावा का जुड़ावा जेडीयू (शरद यादव गुट) से है. भीलिस्तान लायन सेना आदिवासियों के हितों के लिए खुद को समर्पित बताती है और आदिवासियों के लिए अलग प्रांत की मांग पर जोर देती है.

Advertisement

पटेल की पिटाई की घटना जिस क्षेत्र में हुई वहां भालिस्तान लायन सेना के झंडे भी मिले. बताया जा रहा है कि भालिस्तान लायन सेना की ओर से सोमवार को वडोदरा के सर्किट हाउस में मीटिंग रखी गई थी जहां संगठन का नाम भालिस्तान टाइगर सेना से बदल कर भालिस्तान लायन सेना कर दिया गया.

.

Advertisement
Advertisement