उत्तर प्रदेश के कानपुर में दो जुलाई को आठ पुलिसवालों को मारने वाला गैंगस्टर विकास दुबे एनकाउंटर में ढेर हो गया है. गुरुवार को उज्जैन में विकास पकड़ा गया, लेकिन 24 घंटे के भीतर ही कानपुर के पास एनकाउंटर में मार गिराया गया.
विकास दुबे को यूपी एसटीएफ और यूपी पुलिस की टीम उज्जैन से कार के जरिए ला रही थी. इस दौरान काफिले में कई गाड़ियां थीं, इनमें से एक गाड़ी में विकास दुबे सवार था वही गाड़ी पलट गई. इस दौरान विकास दुबे अलग-अलग जिलों से होता हुआ निकला.
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उज्जैन से निकलने से लेकर कानपुर में एनकाउंटर तक ये काफिला कई टोल से होकर गुजरा...
9 जुलाई
शाम 7-7.30 बजे: उज्जैन से रवाना
रात 9.30 बजे: शाजापुर, मध्य प्रदेश
रात 11.25 बजे: गुना, मध्य प्रदेश. जोगीपुरा टोल प्लाज़ा
रात 11.54 बजे: गुना, मध्य प्रदेश. पगड़ा टोल प्लाज़ा
10 जुलाई
रात 1.25 बजे: शिवपुरी, पुरनखेड़ी टोल प्लाज़ा
रात 3.16 बजे: झांसी
तड़के 4.56 बजे: जालौन
सुबह 6.30 बजे: कानपुर
सुबह 7 बजे के करीब: विकास दुबे एनकाउंटर में मारा गया.
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश की पुलिस के मुताबिक, कानपुर सिटी में एंट्री के दौरान तेज बारिश थी और इसी दौरान काफिले की एक गाड़ी पलट गई.
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गाड़ी पलटने के बाद विकास दुबे ने पुलिसवालों का हथियार छीना और भागने की कोशिश की. जब पुलिस की ओर से उसे घेरा गया, तो उसने पुलिस पर फायरिंग की कोशिश की. पुलिस ने कहा कि इसके बाद मौजूद जवानों ने आत्मरक्षा के दौरान गोली चलाई और विकास दुबे मारा गया. विकास दुबे के एनकाउंटर पर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं, विपक्ष की ओर से इसकी जांच की मांग की जा रही है.
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव की ओर से आरोप लगाया गया है कि जिस गाड़ी में विकास दुबे बैठा था, वो अलग थी और जो गाड़ी पलटी है वो गाड़ी अलग है. इसके अलावा सवाल इसपर भी खड़े हो रहे हैं जब एनकाउंटर से कुछ किमी. पहले ही मीडिया की गाड़ी को रोका गया था और जब मीडिया पहुंची तो गाड़ी पलट चुकी थी.